मंगलवार, 16 जून 2015

परिकल्पना के ब्लॉग उत्सव-२०१५ का शंखनाद........

मैं समय 
घड़ी की सूई की तरह चलता हूँ 
बैटरी खत्म होने का भी प्रश्न नहीं 
यहाँ-वहाँ 
गली-गली 
शहर-शहर 
देश की कौन कहे 
अंतर्राष्ट्रीय परिक्रमा भी करता हूँ 
कभी किसान 
कभी विद्यार्थी 
कभी पूजा 
कभी नौकरी 
कभी जन्म 
कभी मृत्यु 
कभी गीत 
कभी अगीत  ………………… काम ही काम !

पर चिंता की बात नहीं है इस प्रश्न में 
क्योंकि मैं साँसें देता हूँ 
और इस बहाने खुद में साँसें भर लेता हूँ !

इसी बहाने को हर्षातिरेक से भरने के लिए मैं परिकल्पना का शंखनाद करता हूँ 
भावनाओं का महायज्ञ शुरू करता हूँ 
सरस्वती से दान मिले शब्दों का अभिषेक करता हूँ 
दसों दिशाओं से उभरते रचनाकारों का स्वागत करता हूँ  …………………………………………। 

मेरा एक अंश यहाँ रहेगा, बाकी तो बंधू कई उत्तरदायित्व हैं, इसलिए अपना उत्तराधिकारी रश्मि प्रभा को मनोनीत करता हूँ 
पूरब दिशा से जाग्रत सूर्य रश्मि 
पश्चिम की तरफ बढ़ती 
उत्तर-दक्षिण को खुद में समेटे 
भावनाओं के सूक्ष्म मार्ग का लक्ष्य साधते हुए 
आपको निराश नहीं करेंगी 
कई अनजाने शब्दरथी आपके सामने होंगे 

तो इस समूह गीत के साथ एक बार फिर करते हैं शंखनाद परिकल्पना ब्लॉगोत्सव का  .... 




साथ ही हम अपनी एक नई योजना से आपको अवगत कराना चाहते हैं   … 

परिकल्पना का उत्सवी रंग 2010 से शुरू हुआ, दिल्ली, लखनऊ, काठमाण्डू (नेपाल), थिंपु एवं पारो (भूटान) और कैंडी एवं कोलंबो (श्रीलंका) में साहित्यकार सम्मानित हुए।  एक अद्भुत, अविस्मरणीय आयामों की श्रृंखला में है हमारी परिकल्पना । 

कहते हैं न कि -

खुदी को कर बुलन्द इतना कि हर तकदीर से पहले,. खुदा बन्दे से खुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है। ...

कुछ ऐसे ही मन को हर्षित करने के लिए परिकल्पना ने कदम उठाये हैं  … 

हम जो उत्सवी रचना पिछले पाँच वर्षों से आप तक लेकर आते रहे हैं, वो तो लायेंगे ही, किन्तु इसके अलावा 

हम लेकर आए हैं आपके लिए अपनी एक नई योजना, नाम है- 

चलो परिकल्पना की उड़ान भरने.......


........इसके अंतर्गत- 
आप हमें  रु॰ 1000/ प्रविष्टि शुल्क के साथ
अपनी दो रचनाएँ अथवा दो ब्लॉग पोस्ट के लिंक भेजें 
उन रचनाओं तथा ब्लॉग पोस्ट के लिंक के आधार पर 
हम दो श्रेष्ठ रचनाकार अथवा ब्लॉगर का चयन करेंगे 
और उन दो चयनित श्रेष्ठ रचनाकारों अथवा ब्लॉगरों के 
विदेश जाने का खर्च परिकल्पना स्वयं उठाएगी और वहाँ सम्मानित करेगी...... 

तो देर किस बात की, अपनी नज़र से अपनी दो श्रेष्ठ रचना हम तक भेजिए और चलिये हमारे साथ नेपाल, भूटान, श्री लंका के बाद फिर किसी महत्वपूर्ण देश में परिकल्पना की उड़ान भरने.......

नोट: प्रविष्टि शुल्क मल्टीसिटी चेक अथवा ड्राफ्ट से या फिर सीधे परिकल्पना के खाते में भी भेज सकते हैं।  मल्टीसिटी चेक अथवा ड्राफ्ट के साथ अपनी दो श्रेष्ठ रचना परिकल्पना के निम्न पते पर भेजें-

परिकल्पना 
यू जी एफ, शॉप नं-6, आस्था प्लाज़ा, डंडईया बाज़ार, 
आर्य समाज मंदिर के बगल में, कुर्सी रोड, अलीगंज 
लखनऊ-226022 (उ॰ प्र॰)

(सीधे परिकल्पना के खाते में भेजने हेतु मोबाइल नं 09415272608 अथवा
 ई मेल parikalpnaa00@gmail.com पर संपर्क करें) 

नेपाल के विश्वास लामा के इस संदेश के साथ, मुझे इजाजत दीजिये और रश्मि प्रभा के संचालन में लीजिये ब्लॉग उत्सव का आनंद शीघ्र ही- 


आपका-
रवीन्द्र प्रभात 

11 comments:

  1. बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं। लगता है अब ब्लॉग पर दोबारा सक्रीय होना पडेगा।

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  2. बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं। लगता है अब ब्लॉग पर दोबारा सक्रीय होना पडेगा।

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  3. बहुत शुभकामनाये
    इस बार पक्का आऊंगा
    वादा रहा
    आपका अपना
    विजय

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  4. बधाईयां और शुभकामनाएं, कारवां आगे बढता रहे।

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  5. शुभ कामनाये... एक नए आयोजन के लिए ....हर हर महादेव ...

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