tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post1725960308178572410..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: हम्म असली गांधी-भक्त हैं हुजूर ।रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27607465874392543052011-10-03T14:14:40.666+05:302011-10-03T14:14:40.666+05:30लगी है होड़-सी देखो अमीरी औ गरीबी में/ये गांधीवाद ...लगी है होड़-सी देखो अमीरी औ गरीबी में/ये गांधीवाद के ढाँचे की बुनियादी खराबी है।........<br /><br />dhinchak vyang....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-74181904456838673702011-10-03T11:20:21.539+05:302011-10-03T11:20:21.539+05:30बहुत खूब,बहुत बढ़िया, गांधी के देश में ही खो गया ह...बहुत खूब,बहुत बढ़िया, गांधी के देश में ही खो गया है गांधी ....एक और जहां सस्ते व्यंग्य लिखकर लोग वाहवाही लेने लगे हैं वहीँ आप जैसे व्यंग्यकार व्यंग्य की गरिमा को बचाए हुए हैं.आपने तो व्यंग्य का अंदाज़ ही बदल दिया है.अरविन्द शर्माhttps://www.blogger.com/profile/18424577781107642242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-64099086920160226022011-10-03T11:17:35.133+05:302011-10-03T11:17:35.133+05:30सच्चाई तो यह है कि आज हाशिये पर है गांधी के विचार ...सच्चाई तो यह है कि आज हाशिये पर है गांधी के विचार !गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-65921423551905768772011-10-03T11:15:44.063+05:302011-10-03T11:15:44.063+05:30खूब जमी है चौपाल चौबे जी की ...अपने आप में अनूठा ह...खूब जमी है चौपाल चौबे जी की ...अपने आप में अनूठा है यह व्यंग्य !ब्रजेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/02137664832747366807noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27105648852941479752011-10-03T11:14:17.353+05:302011-10-03T11:14:17.353+05:30गांधी के इस देश में खो गया है गांधी । चलो मिलके ढू...गांधी के इस देश में खो गया है गांधी । चलो मिलके ढूँढते हैं । यही सच है चौबे जी महाराज !मनोज पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/12404564140663845635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-25909767120115752542011-10-02T16:25:08.212+05:302011-10-02T16:25:08.212+05:30गाँधी अब बाज़ार हैं,औजार हैं,
हम लाचार और शर्मसार ...गाँधी अब बाज़ार हैं,औजार हैं,<br />हम लाचार और शर्मसार हैं !<br /><br />फिर भी हे मोहन ! आज तुम बहुत याद आ रहे होसंतोष त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00663828204965018683noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-63358741177788831532011-10-02T15:21:13.222+05:302011-10-02T15:21:13.222+05:30चौपाल की चर्चा सार्थक है।चौपाल की चर्चा सार्थक है।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com