tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post3462495936531125172..comments2024-03-29T19:13:20.355+05:30Comments on परिकल्पना: हे ब्लॉगर, क्या काबुल में गधे नही होते ? रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-12721795483422397082012-09-03T14:39:44.438+05:302012-09-03T14:39:44.438+05:30BAHUT GAMBHIR POST..BAHUT GAMBHIR POST..मुकेश कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/14131032296544030044noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-16977166368945178102012-09-01T09:17:05.747+05:302012-09-01T09:17:05.747+05:30ये तो बड़ी-धीर गंभीर पोस्ट हो गयी... ब्लॉगिंग जिंदा...ये तो बड़ी-धीर गंभीर पोस्ट हो गयी... ब्लॉगिंग जिंदाबाद...Satish Chandra Satyarthihttps://www.blogger.com/profile/09469779125852740541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-48305622639145059652012-09-01T08:41:02.355+05:302012-09-01T08:41:02.355+05:30एक छोटी सी फ़ौज जीत सकती है यदि कमांडर दृढनिश्चयी,...एक छोटी सी फ़ौज जीत सकती है यदि कमांडर दृढनिश्चयी, दूरदर्शी और पराक्रमी हो. <br /><br />Very Nice Said..!<br /><br />Markand Davehttps://www.blogger.com/profile/17453483015065286737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-3945253020580006712012-08-31T22:15:16.498+05:302012-08-31T22:15:16.498+05:30बेहद सार्थक प्रस्तुति !
कभी ये लगता है अब ख़त्म ह...बेहद सार्थक प्रस्तुति !<br /><br /><a href="http://bulletinofblog.blogspot.in/2012/08/blog-post_31.html" rel="nofollow"> कभी ये लगता है अब ख़त्म हो गया सब कुछ - ब्लॉग बुलेटिन </a> ब्लॉग जगत मे क्या चल रहा है उस को ब्लॉग जगत की पोस्टों के माध्यम से ही आप तक हम पहुँचते है ... आज आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार ! शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-67289772039549726352012-08-31T16:32:49.289+05:302012-08-31T16:32:49.289+05:30हिन्दी के ब्लॉगर में संवेदना है जबकि बाकी जगत मे...हिन्दी के ब्लॉगर में संवेदना है जबकि बाकी जगत में धनवेदना है। इससे अधिक क्या कहूं, आपकी उत्कृष्ट प्रविष्टि के कोटिश: साधुवाद।नुक्कड़https://www.blogger.com/profile/00641159955741972638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-76555484418491637042012-08-31T16:17:33.388+05:302012-08-31T16:17:33.388+05:30हे प्रभु, ब्लॉगरों के बारे में ये सब तो मुझे पता ...हे प्रभु, ब्लॉगरों के बारे में ये सब तो मुझे पता ही नहीं था /:-)<br />Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-65525376915312971052012-08-31T15:44:10.485+05:302012-08-31T15:44:10.485+05:30ब्लॉगर और ब्लॉगिंग की सटीक और सार्थक व्याख्या... ड...ब्लॉगर और ब्लॉगिंग की सटीक और सार्थक व्याख्या... डॉ. जय प्रकाश तिवारी जी का बुत-बहुत आभार इस आलेख के लिए संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-77055337680148883612012-08-31T15:28:50.778+05:302012-08-31T15:28:50.778+05:30"इन्टरनेट मीडिया के रूप में एक ऐसा अस्त्र-शस्..."इन्टरनेट मीडिया के रूप में एक ऐसा अस्त्र-शस्त्र है जो समाज के कमांडरों के पास है, सैनिकों के पास नहीं. मोबाईल के साथ इसके गंठजोड से यह अस्त्र जागरूक सैनिकों के पास भी आ गया है. यदि कमांडर उचित दिशा-निर्देश सकारात्मक दृष्टि से अपने सैनिकों को दे पाए तो कोई कारण नहीं कि हम सामाजिक – राष्ट्रीय, सांस्कृतिक जंग नहीं जीत सकते. अनिवार्यता है संविधान की मर्यादा का पालन करते हुये सन्देश और विचारों में सृजनात्मकता की, लोकमंगल की, राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रशक्ति की. एक छोटी सी फ़ौज जीत सकती है यदि कमांडर दृढनिश्चयी, दूरदर्शी और पराक्रमी हो. "<br /><br />सारगर्भित और ज्ञानवर्धक आलेख ! रही बात आलेख के शीर्षक की तो यह भी कहना चाहूँगा कि तमाम ने इस भारत भूमि में प्रवेश उसी काबुल के ही रास्ते तो किया था !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-80810684327909884232012-08-31T14:42:04.634+05:302012-08-31T14:42:04.634+05:30padyamai.....gadya.....
is ahwahan ka sanwahan ki...padyamai.....gadya.....<br /><br />is ahwahan ka sanwahan kiya ja...<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-56854178586346149512012-08-31T14:14:27.232+05:302012-08-31T14:14:27.232+05:30जोरदार आह्वान ! आभार इस आलेख के लिए ! जोरदार आह्वान ! आभार इस आलेख के लिए ! Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-60899031402838197402012-08-31T12:40:03.110+05:302012-08-31T12:40:03.110+05:30ब्लॉगिंग की सर्वश्रेष्ठ सटीक और सार्थक व्याख्या।
स...ब्लॉगिंग की सर्वश्रेष्ठ सटीक और सार्थक व्याख्या।<br />सम्पूर्ण रूप से तथ्यपूर्ण!!<br /><br />डॉ. जय प्रकाश तिवारी जी का अभिन्दन करता हूँ!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-58015478347435234172012-08-31T12:30:28.458+05:302012-08-31T12:30:28.458+05:30बहुत ही सार्थक और प्रेरित करता लेख!अब किसी को लेश ...बहुत ही सार्थक और प्रेरित करता लेख!अब किसी को लेश मात्र भी संशय नहीं रहेगा की ब्लॉगर आखिर है क्या....?<br /><br />कुँवर जी,kunwarji'shttps://www.blogger.com/profile/03572872489845150206noreply@blogger.com