tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post4152845944083930577..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: मज़हवी उन्माद और हम ......!रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-2233804467888350102007-12-12T20:35:00.000+05:302007-12-12T20:35:00.000+05:30भाई मैं तो अभी तक आपको एक अच्छा कवि ही मानता था , ...भाई मैं तो अभी तक आपको एक अच्छा कवि ही मानता था , आज विवश हो गया एक अच्छे विचारक के रूप में आपको जानने के लिए !Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27046098000827159182007-12-11T12:34:00.000+05:302007-12-11T12:34:00.000+05:30बहुत अच्छा लिखा है । साथ में एक मार्मिक कविता भी ।...बहुत अच्छा लिखा है । साथ में एक मार्मिक कविता भी । <BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-77330132382739308412007-12-11T12:31:00.000+05:302007-12-11T12:31:00.000+05:30कविता, दृश्यों का वर्णन और गुरुओं की वाणी अद्भुत स...कविता, दृश्यों का वर्णन और गुरुओं की वाणी अद्भुत समिश्रण किया आपने.<BR/>मार्मिक और सोचने को विवश करती हुई कविता.<BR/>जैसे लगता है कि समाज के सामने आपने आइना रख दिया हो.<BR/>आप बधाई के पात्र है.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-17780633758784316972007-12-11T06:10:00.000+05:302007-12-11T06:10:00.000+05:30आपका विश्लेशण प्रभावशाली है और उससे किसी भी कारण स...आपका विश्लेशण प्रभावशाली है और उससे किसी भी कारण से असहमति नहीं हो सकती।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-6605118579277405482007-12-10T22:47:00.000+05:302007-12-10T22:47:00.000+05:30बहुत बढिया एवं प्रभावपूर्ण दीपक भारतदीपबहुत बढिया एवं प्रभावपूर्ण <BR/>दीपक भारतदीपdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.com