tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post5058254885761506897..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: परिकल्पना - सुदामा कभी अकेला नहीं होतारवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-81086738533556264262015-06-27T19:52:17.915+05:302015-06-27T19:52:17.915+05:30आज जब भाई, भाई का दुश्मन हो चुका है, ऐसी ही कहानिय...आज जब भाई, भाई का दुश्मन हो चुका है, ऐसी ही कहानियां आस जगाती हैं मानवता के प्रति। गगन शर्मा, कुछ अलग साhttps://www.blogger.com/profile/04702454507301841260noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-21085009826181585512015-06-27T11:42:11.755+05:302015-06-27T11:42:11.755+05:30कहानी का सच कितना अच्छा लगता है । वास्तविक जीवन मे...कहानी का सच कितना अच्छा लगता है । वास्तविक जीवन में शायद अब ऐसा बहुत कम होता है । सुंदर कहानी ।सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.com