tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post5263235106120632474..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: परिकल्पना और स्मृतिनामा रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-57487091816335549732013-11-12T18:20:24.158+05:302013-11-12T18:20:24.158+05:30स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना जी को विनम्र श्रद्धांजलि !
बड़...स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना जी को विनम्र श्रद्धांजलि !<br />बड़ा आदमी होता है <br />बहुत बड़ा होता है <br />कहने से लिखने से <br />ना ही बताने से होता है <br />उसका बड़ा होना ही <br />बस सच होता है !<br />सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-1603251118053299272013-11-12T12:49:13.858+05:302013-11-12T12:49:13.858+05:30के पी जी के व्यंग हमेशा दिल को गुदगुदाते हुए गहरा ...के पी जी के व्यंग हमेशा दिल को गुदगुदाते हुए गहरा सन्देश भी छोड़ जाते हैं ...<br />नमन श्रधांजलि है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27148664456643539732013-11-12T09:24:03.212+05:302013-11-12T09:24:03.212+05:30सेनापति तुम हास्य के, व्यंग अंग प्रत्यंग |
लखनौवा ...सेनापति तुम हास्य के, व्यंग अंग प्रत्यंग |<br />लखनौवा तहजीब के, जीवित मल्ल- मलंग |<br /><br />जीवित मल्ल- मलंग, अमीना हजरत बदले |<br />बदले बदले रंग, ढंग पर पश्चिम लद ले |<br /><br />हुआ बड़ा बदलाव, नहीं अब ठेना देना |<br />हवा बदलने स्वर्ग, चले के पी सक्सेना ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-91682013573913412462013-11-11T12:34:03.938+05:302013-11-11T12:34:03.938+05:30vyangya ke shilpkar ko naman hai.vyangya ke shilpkar ko naman hai.vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-87510708651955678262013-11-11T11:21:10.557+05:302013-11-11T11:21:10.557+05:30स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना साहब को हार्दिक विनम्र श्रद्ध...स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना साहब को हार्दिक विनम्र श्रद्धांजलि ....<br />शिवम भाई का ब्लॉग बुलेटिन पर हर दिन को खास बनाने की कला की कद्रदान हूँ .....<br />उनके यादाश्त को दाद देती हूँ ....विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-34656529042706098392013-11-11T10:53:55.297+05:302013-11-11T10:53:55.297+05:30स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना साहब को अपनी हार्दिक विनम्र श...स्व॰ के॰ पी॰ सक्सेना साहब को अपनी हार्दिक विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ ... शत शत नमन करता हूँ ... प्रभु उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें ... ॐ शांति शांति शांति |<br /><br />आप का आभार ... इस प्रस्तुति को यहाँ सांझा करने के लिए !शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.com