tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post6416693611779818126..comments2024-03-29T19:13:20.355+05:30Comments on परिकल्पना: क्या इतना संवेदनहीन हो गया है हमारा समाज ?रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-9269062879802059742008-06-08T15:46:00.000+05:302008-06-08T15:46:00.000+05:30इसमे ही क्या सभी मामलो के न्याय मे इतना विलम्ब होत...इसमे ही क्या सभी मामलो के न्याय मे इतना विलम्ब होता है कि अन्तोत्गात्वा वो अन्याय का रूप हो जाता है.बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-43844144240867260692008-06-08T11:26:00.000+05:302008-06-08T11:26:00.000+05:30sab apni apni roti seenk rahe hai...media to bas k...sab apni apni roti seenk rahe hai...media to bas khabar sunghta rahta hai....डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-60330074680672952842008-06-08T10:43:00.000+05:302008-06-08T10:43:00.000+05:30ओह, यह मामला तो ध्यान दिया ही नहीं। समाज की सड़ांध ...ओह, यह मामला तो ध्यान दिया ही नहीं। समाज की सड़ांध पर कितना गौर करें।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-49588289183873095242008-06-08T05:16:00.000+05:302008-06-08T05:16:00.000+05:30इस मामले की छानबीन शुरु से ही संद्धिग्ध लग रही थी....इस मामले की छानबीन शुरु से ही संद्धिग्ध लग रही थी. मुझे नहीं लगता कि सही कातिल कभी भी पहचाना जायेगा या किसी को सजा होयेगी अगर कोई चमत्कार ही न हो जाये तो.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-15581299234493664072008-06-08T01:16:00.000+05:302008-06-08T01:16:00.000+05:30इस मामले में अपराधी का पता लगाना असंभव सा लग रहा ह...इस मामले में अपराधी का पता लगाना असंभव सा लग रहा है और और सजा कराना तो पूरी तरह नामुमकिन।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-9330387570902365082008-06-07T21:54:00.000+05:302008-06-07T21:54:00.000+05:30आपका कहना सही है पर मुझे लगता है कि इस मामले में क...आपका कहना सही है पर मुझे लगता है कि इस मामले में कुछ ऐसा है जो छिपाया जा रहा है। यह मामला प्रचार माध्यमों की वजह से अधिक उलझा यह सच है पर यह भी सच है कि अगर वह इस मामले पर इतनी पैनी नजर नहीं रखते तो असली अपराधी पकड़े नहीं जा सकते ।<BR/>दीपक भारतदीपdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.com