tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post7285036975517783327..comments2024-03-11T12:50:36.553+05:30Comments on परिकल्पना: एक रुपया कल और आजरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-3102720586762616892010-07-27T20:38:34.799+05:302010-07-27T20:38:34.799+05:30बहुत सही विषय उठाया है आपने ... एक रूपये की तो दर्...बहुत सही विषय उठाया है आपने ... एक रूपये की तो दर्दनाक आत्मकथा लिखी जा सकती हैअनीता सक्सेना https://www.blogger.com/profile/04771111864181411923noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-15907875572942873502010-05-14T12:49:21.998+05:302010-05-14T12:49:21.998+05:30आपने बहुत ही सुन्दर रूप से लिखा है! उम्दा प्रस्तुत...आपने बहुत ही सुन्दर रूप से लिखा है! उम्दा प्रस्तुती! बढ़िया परिचर्चाmalahttps://www.blogger.com/profile/09493715792470271562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-81155197929001675152010-05-14T12:45:48.015+05:302010-05-14T12:45:48.015+05:30ये तो होना ही है,बढ़िया परिचर्चाये तो होना ही है,बढ़िया परिचर्चापूर्णिमाhttps://www.blogger.com/profile/15739774997781645780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-57122928216390841952010-05-14T12:08:41.696+05:302010-05-14T12:08:41.696+05:30अब तो पांच का सिक्का भी काम नहीं आता....चवन्नी ..अ...अब तो पांच का सिक्का भी काम नहीं आता....चवन्नी ..अठन्नी भी मुंह की खा गयीं हैं...प्रेस वाला भी कह देता है की जी अब चवन्नी अठन्नी मंदिर में चढाया कीजिये ...बहुत बढ़िया परिचर्चासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com