tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post891099841943006003..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: हिन्दी का ज्यादातर लेखक खतरे नहीं उठाना जनता : शिवमूर्तिरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-83539606835111687432012-05-13T19:37:16.346+05:302012-05-13T19:37:16.346+05:30शिवमूर्ति का साक्षात्कार विचारोत्तेजक है।शिवमूर्ति का साक्षात्कार विचारोत्तेजक है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-48612612349625797932012-05-09T14:55:47.276+05:302012-05-09T14:55:47.276+05:30MANTRON MEIN BADEE SHAKTI HAI , KABHEE MAN SE PADH...MANTRON MEIN BADEE SHAKTI HAI , KABHEE MAN SE PADH KAR DEKHIYE <br />SHIVMURTI JI . STARIY LEKHAN MAN PAR<br />PRABHAAV CHHODTA HAI . ANGREZEE MEIN BHEE KAHTE HAIN - ` PEN IS MIGHTIER<br />THAN SWORD .` VIMAAN AUR TV AUR BOMB<br />TAB BHEE THE . RISHI BALMIKI<br />AUR VYAS NE SAINKRON HEE ASTRON -<br />SHASTRON KAA ULLEKH KIYAA HAI .pran sharmahttps://www.blogger.com/profile/14658673113780007596noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-61087710127103452712012-05-08T22:17:13.761+05:302012-05-08T22:17:13.761+05:30शिवमूर्ति जी कहते है कि'मै और मेरी पत्नी कभी म...शिवमूर्ति जी कहते है कि'मै और मेरी पत्नी कभी मंदिर नहीं गए!'...क्यों?..ज्योतिष,तंत्र-मन्त्र और बाबाओं पर विश्वास न करना यह समझने वाली बात है....कन्यादान जैसे रिवाजों को नाकारना भी व्यक्तिगत निर्णय है....लेकिन मंदिर न जाने की बात गले नहीं उतर रही!Aruna Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/02372110186827074269noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-32963041593166244622012-05-08T20:27:45.616+05:302012-05-08T20:27:45.616+05:30शिवमूर्ति जी की विचारोत्तेजक बातचीत लोकसंघर्ष पत्...शिवमूर्ति जी की विचारोत्तेजक बातचीत लोकसंघर्ष पत्रिका के सलाहकार, कथाकार एवं समीक्षक विनय दास जी के माध्यम से प्रस्तुत कर सार्थक प्रस्तुति के लिए आपका आभार!KAVITAhttps://www.blogger.com/profile/12727771417982430321noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-88203832469173590482012-05-08T19:02:05.780+05:302012-05-08T19:02:05.780+05:30---सहमत नहीं..
१--"अयोध्या में, गुजरात में स...---सहमत नहीं..<br /><br />१--"अयोध्या में, गुजरात में साम्प्रदायिक विचारधारा का ऐसा भीषण ताण्डव--"<br />--यही तो दुर्भाग्य है इस देश का कि--एसे लोगों को सिर्फ़ अयोध्या व गुजरात दिखाई देता है...नित्यप्रति होने वाले आतन्क नहीं दिखाई देते...वास्तव में ही हिन्दी लेखक डरपोक है यह इसी वक्तव्य से पता चलता है।<br /><br /><br />२-"माना कि वेद पुराणों में मंत्र बहुत बने लेकिन एक साइकिल, एक कलम, एक कागज नहीं बन पाया। किसी एक ऐसी छोटी चीज का आविष्कार नहीं कर पाए जिसे आज हम यादकर सकें।"<br />---- हर आविष्कार आवश्यकता के अनुसार होता है भाई... उस युग में चक्र( पहिये) की आवश्यकता थी, आग की , भोजपत्र की..ज़ीरो की...<br />--- आधुनिक युग मे लगभग सभी आविष्कार जर्मनी व ब्रिटेन ने किये...परन्तु एटम-बम नहीं बना सके क्यों....वास्तव में यह अपरिपक्व, अयथार्थ, रटी-रटायी सोच है...<br /><br />३--"आम जनता के सरोकार से जुड़ा हुआ लेखन करे.."---परन्तु वह लेखन पढने लायक/ पढने की इच्छुक तो हो आम जनता..... क्योंकि ’स्व’ को भूले हुए हैं हम लोग.... shyam guptahttps://www.blogger.com/profile/11911265893162938566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-44085815346219998482012-05-08T13:01:57.916+05:302012-05-08T13:01:57.916+05:30सही कहा शिवमूरति जी ने की "जो आमजन के सरोकार ...सही कहा शिवमूरति जी ने की "जो आमजन के सरोकार से जुड़ा लेखन करता है तो उसका विचार इनसे भिन्न होगा। अगर, लेखक का अपने समाज से तादात्म्य है, वह समाज सम्मत लेखन कर रहा है, तब उस समाज के अंदर लेखक की भूमिका कुत्ते की भूमिका नहीं हो पाएगी। परिवर्तन कम हो, चाहे ज्यादा, लेकिन लेखक का स्थान कुत्ते का नहीं होगा।"अरविन्द शर्माhttps://www.blogger.com/profile/18424577781107642242noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-83243491039208565502012-05-08T12:59:28.853+05:302012-05-08T12:59:28.853+05:30विमर्श को जन्म देता साक्षात्कार, शिवमूरति जी के वि...विमर्श को जन्म देता साक्षात्कार, शिवमूरति जी के विचार से सहमत !मनोज पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/12404564140663845635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-53393903061057547962012-05-08T11:58:07.741+05:302012-05-08T11:58:07.741+05:30अच्छे तर्कशास्त्री हैं आप ||अच्छे तर्कशास्त्री हैं आप ||रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.com