tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post8918649916820022047..comments2024-03-29T19:13:20.355+05:30Comments on परिकल्पना: वजह क्या है ?रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-48563713525369310452010-09-04T16:17:45.241+05:302010-09-04T16:17:45.241+05:30बहुत खूब प्रभात जी,
अच्छी लगी आपकी ग़ज़ल !बहुत खूब प्रभात जी,<br />अच्छी लगी आपकी ग़ज़ल !गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-1742016534313392152010-09-04T16:06:13.315+05:302010-09-04T16:06:13.315+05:30आपने सबकुछ कह दिया और पूछ रहे हैं वजह क्या है ?
इस...आपने सबकुछ कह दिया और पूछ रहे हैं वजह क्या है ?<br />इस पर मैं यही कहूंगी क्या बात है?पूर्णिमाhttps://www.blogger.com/profile/15739774997781645780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-40830683280295062082010-09-04T16:03:35.379+05:302010-09-04T16:03:35.379+05:30वेहद सुंदर और सामयिक प्रस्तुति हेतु बधाईयाँ!वेहद सुंदर और सामयिक प्रस्तुति हेतु बधाईयाँ!malahttps://www.blogger.com/profile/09493715792470271562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-28117600477430274612010-09-04T13:59:26.684+05:302010-09-04T13:59:26.684+05:30वजह बस इतनी सी है कि सब गुमनामी के अंधेरों की तरफ ...वजह बस इतनी सी है कि सब गुमनामी के अंधेरों की तरफ अग्रसर है , स्थिति दुखद नहीं जानलेवा हैरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-12652593444143185622007-10-28T22:08:00.000+05:302007-10-28T22:08:00.000+05:30आपके प्रश्न चिंतन का विषय है।दीपक भारतदीपआपके प्रश्न चिंतन का विषय है।<BR/>दीपक भारतदीपdpkrajhttps://www.blogger.com/profile/11143597361838609566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-14155935220392342362007-10-28T14:37:00.000+05:302007-10-28T14:37:00.000+05:30यूँ ग़ैर की करते तरफदारी '' प्रभात''क्यों नहीं अपन...यूँ ग़ैर की करते तरफदारी '' प्रभात''<BR/>क्यों नहीं अपनों की चाहत , वजह क्या है ?<BR/><BR/>बहुत अच्छा है हुज़ूर. पते की बात कह गए आप.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-72011096670572055292007-10-28T14:32:00.000+05:302007-10-28T14:32:00.000+05:30प्रिय रवीन्द्र जी,एक बार फिर वेहद सुंदर और सामयिक ...प्रिय रवीन्द्र जी,<BR/>एक बार फिर वेहद सुंदर और सामयिक प्रस्तुति हेतु बधाईयाँ!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-20908780220897912452007-10-27T21:59:00.000+05:302007-10-27T21:59:00.000+05:30ऐसा क्यों हुआ , कैसे हुआ , कब हुआ , सवाल है उलझा ह...ऐसा क्यों हुआ , कैसे हुआ , कब हुआ , सवाल है उलझा हुआ... कुछ ऐसा ही सवाल मेरे बेटे ने किया था तब एक कविता ने जन्म लिया था ... याद आ गई , अब उसे शीघ्र ही पोस्ट करूँगी.मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.com