रविवार, 21 दिसंबर 2008

आलोचनाओं को सकारात्मक भाव से लेना चाहिए !

कोई करे न करे हम जरूर देश के टुकङे कर देंगे यह पोस्ट मिहिरभोज ने लोखा है तत्त्व चर्चा में -
ये एक ब्लोग पोस्ट है...संभवताया लिखने वाली भारतीय भी है...और टिप्पणी करने वाले भी॥पर इन भले लोगों को खंडित भारत का ये नक्शा दिखाई नहीं दैता है....कितने देशभक्त हैं हम...कोई करे न करे हम जरूर देश के टुकङे कर देंगे ।
निश्चित रूप से उनकी चिंता जायज है , किसी विचारक ने कहा है , कि - जो आलोचनाओं से डर जाता है उसकी योग्यता मर जाती है , इसलिए आलोचनाओं को हमेशा सकारात्मक भाव से लेना चाहिए । मेरा भारत महान वैसे इस चिट्ठाजगत का एक नया चिट्ठा है , किंतु है अत्यन्त सुंदर और सारगर्भित । माला जी के विचार पूर्णत: राष्ट्र गौरव को आयामित करता हुआ है , प्रस्तुतीकरण भी वेहतर है । इसलिए ऐसी बातें करके उनके ब्लॉग की गरिमा को कम न आँका जाना चाहिए । मिहिरभोज ने तो अपनी चिंता से अवगत कराया और ऐसी चिंता हर भारतीयों के भीतर होनी चाहिए, मगर श्री संजय बेगानी जैसे एक वरिष्ठ चिट्ठाकार द्वारा मजाकिया लहजे में दी गयी टिपण्णी एक नए ब्लोगर को विचलित कर सकता है, जिसमें उन्होंने कहा है-"मेरा भारत महान और उसका खण्डित नक्शा लगाने वाले भी। " ऐसी टिप्पणियों से हमें बचने की कोशिश करनी चाहिए , क्योंकि चिट्ठाजगत को ऊँचाई पर ले जाना है तो सात्विक विचारों का आदान प्रदान ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकता है।

4 comments:

  1. आपने सही कहा है प्रभात जी , कि " ऐसी टिप्पणियों से हमें बचने की कोशिश करनी चाहिए , क्योंकि चिट्ठाजगत को ऊँचाई पर ले जाना है तो सात्विक विचारों का आदान प्रदान ज्यादा कारगर सिद्ध हो सकता है।
    मैं भी नया ब्लोगर हूँ , डरता हूँ यह सब देखकर ....!

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  2. आभार आप सभी का , वैसे मैंने वह मान चित्र हटा दिए हैं अपने उस पोस्ट से ! हलाकि वह मैप मैंने नेट से उठाये थे , जो ओन लाइन नेट पर आज भी है और मैं नही समझती कि उस मैप में ऐसा कुछ भी था जिसको लेकर विबाद खडा किया जा सके . खैर मैं क्षमा चाहती हूँ आप सभी से यदि आपकी भावनाओं को ठेस पहुँची हो तो !

    अगर हटा सकते हों संजय जी उस मैप को , तो यहाँ से भी हटवा दें-

    http://en.wikipedia.org/wiki/Bhopal

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  3. सही कहा है आपने !

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  4. प्रभात जी सच यह है कि हमारा देश कई टुकड़ो में यू ही बंटा हुआ है इसे बांटने की कोई जरूरत नही है । सोचने का समय है कि इस समय देश को कैसे जोड़ा जाए । इस तरह के विचार से हमेशा बचना चाहिए । मेरा नया पोस्‍ट पढ़े।

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