गुरुवार, 10 जून 2010

चलिए कुछ मीठा हो जाये ....

क्या समा बाँधा है विशिष्ट सलाहकार एडवोकेट मुहम्मद शुएब जी, प्रायोजक सलाहकार एडवोकेट रणधीर सिंह 'सुमन' , साहित्यिक सलाहकार अविनाश वाचस्पति , सांस्कृतिक सलाहकार जाकिर अली 'रजनीश', कार्यक्रम समन्वयन सलाहकार सर्वत एम.जमाल, रश्मि प्रभा, ललित शर्मा, एवं सलीम खान ... तकनीकी सलाहकार विनय प्रजापति 'नज़र' मुख्य संपादक रवीन्द्र प्रभात ने , हर आँखें कह रही हैं . .


('साया' फिल्म के इस गाने को गूगल से लिए गए चित्रों के साथ संवारा है खुशबू प्रियदर्शिनी ने )

और अब उसका नूर और पटना की इशिता सिन्हा की मीठी आवाज़ .... बन्द आँखों में कल्पना का विस्तृत आकाश लिए चलिए कुछ मीठा हो जाये ....

5 comments:

  1. इस मीठे का बहुत दिनों से इंतजार था, शुक्रिया।

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  2. सुन कर मन प्रसन्न हुआ।

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  3. क्या समा बाँधा है,अच्छा लगा सुन कर.

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  4. आदरणीय रश्मि जी,
    आपने सबकुछ इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत कर दिया कि हैरान हूँ....सचमुच बहुत ही मनभावन लग रहा है...
    प्यारी खुशबू को भी ढेर सारा प्यार और शाबाशी...उसने संयोजन का बहुत ही अच्छा काम किया है.....
    हृदय से धन्यवाद...!!

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