रविवार, 17 अप्रैल 2011

अनशन पर अन्ना,सूख के काँटा हुए सिब्बल


चौबे जी की चौपाल 

अनशन पर अन्ना,सूख के काँटा हुए सिब्बल 

आज चौबे जी बहुत खुश हैं, कह रहे हैं कि  "राम भरोसे देखा ....अन्ना ने पिला दिया न पन्ना भ्रष्टाचारियों को ....इसको कहते हैं पहनई सब कोई, झमकई  कोई-कोई !"
सही कहत हौ महाराज " अनशन पर बईठे अन्ना अऊर सूख के काँटा हो गए सिब्बल....नगरी-नगरी द्वारे-द्वारे घूम रहे हैं अन्ना के उलटवांसी से आहत होकर, बड़ा हेकड़ी बग्घार रहे थे पहिला दिन, अब हमरे अन्ना से कोई टेढ़िया के अऊर रेरियाके बतियायेगा तो यही हस्र होगा न s s s ....!" का गलत कहत हईं चौबे जी 
एक दम सही, डरता ऊ है न s s ...जिसको कुछ खोने का डर होता है, अब अन्ना के पास का है जो ऊ खो देगा ? जांगर चौक वाले बाबा जी कह रहे थे कि बेचारा मंदिर की एक कोठारिया में पडा रहता है दिन भर , एक ठे बक्सा है , जिसमें कपड़ा-लात्ता अऊर पीढिया  बगैरह  मडई के किनारे पडा रहता है, कमरा में एक ठे झिलंगा खटिया है और कुछ कसकूट के थरिया ....बाबा कहते हैं कि रतिया को सब खटिया के नीचे अंडसा दिया जाता है ....इसको कहते हैं असली संत ! बोला धनेसरा
तो इसका मतलब ई हुआ धनेसर कि अन्ना का जुत्ता भ्रष्टाचार के मुंह पर सटीक पडा है ?
हाँ चौबे बाबा, एमें  कौनो शक-सुबहा नाही....आज क अखबार देखो न s  s  बिक्लिक्सबो बोल दिया है कि सरकार कंठ तक भ्रष्टाचार में डूबी है ....घोर कलिकाल आ गया है बाबा ! जहां जाओ भ्रष्टाचारी डायन पीछा ही नहीं छोड़ती, काल्ह राशन कार्ड बनबाने के लिए हम गए रहे हाकिम के पास तो ऊ बोलै बड़ा बाबू से मिल लेओ काम हो जाएगा. जब हम गए बड़ा बाबू के पास अऊर कहै कि हमारा राशन कार्ड बनबाओ....तो जानते हो का कहा ससुरा ?"
का कहा धनेसर ?
पाहिले चाय पिलाओ ....!  घोर कलिकाल आ गया है बाबा !घोर कलिकाल आ गया है ....!
का करोगे  धनेसर सबका अपना-अपना रोना है ...केवल हम ही परेशान नहीं हैं आज भ्रष्ट भी ईमानदार  से परेशान है .......चनरिका ठेकेदार कह रहा  था कि बड़ा गंदा अधिकारी आ गया गुलटेन भाई कि का बताएं , पाप का घडा भर रहा है पता नहीं जनता इसके खिलाफ आन्दोलन क्यों नहीं करती, रोड टुडबा कर देख रहा है कि सही बनी है कि नहीं तब पेमेंट करा रहा है ! अब इसको का कहोगे ?  बहुत देर से चुप गुलटेनवा ने मुंह खोला
अरे ऊ छोडो, अपने गाँव के कॉलेजवा में सुना है कि का हो रहा है ?
का हो रहा है ?
अपना अकलुआ कह रह था कि " फ्लाईंग स्क्वायर पईसा-वईसा लेके खर्राटे ले रहे थे ५०/- रुपया में नक़ल हो जा रहा था, जब से अन्ना का प्रकरण आया है प्रोफ़ेसर साहब कह रहे हैं कि अब नक़ल में रिश्क बढ़ गया है इसलिए दुई सौ से कम में काम नहीं चलेगा, बोला बोला धनेसरा !
सबकी अपनी-अपनी प्रॉब्लम है ,  भारत की गरीबी को सबसे बड़ी प्रॉब्लम बताने वाला एक डाकू टाईप बन्दा कल बता रहा था कि मैं और मेरे साथियों ने बड़ी मुश्किल से एक बस को लूटा , मगर हाय री हिन्दुस्तान की गरीबी पूरी बस से केवल अड़तीस हजार ही जुट पाए,  अब थानेदार को लूटने के एवज में पचास हजार कौन दे इसलिए मैंने सारे पैसे यात्रियों को लौटा दिए ...क्या करोगे धनेसर, सबकी अपने-अपनी प्रॉब्लम है !वैसे  नेतबन की नींद उचट गयी है जन लोकपाल के नाम पर ...कह रहे हैं ससुर कि संसदीय कार्यों में ई जनता की दखलन्दाजी ठीक नाही, अब ई बताईये कि जनता अगर फाईनल रिपोर्ट लगा दी... तब का होगा ?
वही होगा जो मंजूरे खुदा होगा .....अपनी दाढ़ी सहलाते हुए बोला रमजानी
चौपाल ठहाकों में तब्दील हो गया और चौबे जी ने चौपाल को अगले  ईतवार  तक के लिए स्थगित कर दिया !

रवीन्द्र प्रभात
(दैनिक जनसंदेश टाईम्स / १७ अप्रैल२०११ )  

18 comments:

  1. व्यवस्था पर प्रहार करता हुआ व्यंग्य एक सार्थक सन्देश देता है ...आपका आभार

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  2. कपिल सिब्बल महा बेबकूफ है ऐसे लोगों का सत्य,न्याय व ईमानदारी से कोई वास्ता ना तो रहा है और ना रहेगा...हमें हर हाल में जन लोकपाल की तीन भावना के साथ जन लोकपाल की नियुक्ति करनी है
    1 -जन लोकपाल भ्रष्ट मंत्री,जज,प्रधानमंत्री तथा अफसरों की बिना किसी इजाजत के जनता की शिकायत के आधार पर जाँच करेगा..
    2 -नियत समय में जाँच पूराकर आरोप पत्र दायर करेगा तथा नियत समय में सजा दिलाने का भी पुख्ता प्रबंध करेगा...
    3 -आरोप पत्र दायर होते ही प्रधानमंत्री या मंत्री हो या अधिकारी उसे पद से हटाकर गिरफ्तार किया जायेगा...और सजा होते ही अपराध व भ्रष्टाचार से कमाई गयी सारी संपत्ति जप्त की जाएगी...

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  3. ई चौपाल रोज लग रही है और जम रही है ....

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  4. इस चौपाल की सबसे बड़ी विशेषता है कि इसकी चिंता आम जन की चिंता है और जो बातचीत होती है वह लगता है कि हमारे मन की बातचीत है।

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  5. पूरे देश के IAC के इमानदार व समर्पित कार्यकर्ताओं के ओर से कपिल सिब्बल के लिए एक नेक सलाह है की जनाब IAC को बैकफुट पे बताने से बाज आयें..नहीं तो इस देश की जनता ऐसा बैक-फुट मारेगी की कहीं नजर भी नहीं आयेंगे...इसलिए इस बैकफुट की साजिश से बाहर निकलकर इस देश की जनता के हितों के प्रति गंभीरता से सोचें ,साथ ही ये याद रखें की जनता की वजह से ही आज मंत्री हैं तथा मंत्री पद की सुख सुविधा के साथ-साथ तनख्वाह भी जनता के पैसे से ही पा रहें हैं.....आपलोग भी कपिल सिब्बल को कुछ कहना चाहेंगे क्या...?

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  6. सब ठहाका ही लगाते रहेंगे और सिब्बल टीम अपना काम निकाल ले जायेगी, तय जानिये.

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  7. समीर लाल जी के कथन में दम है!

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  8. समीर लाल जी के कथन में दम है!

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  9. व्यंग्य ऐसी विधा होती है जिससे व्यवस्था के खोखलेपन को उजागर किया जा सकता है , आप लोग जो कहें मगर यह तो तय है कि अन्ना ने सारे चोरों को एक मंच पर लाके खडा कर दिया है , सारे चोर मौसेरे भाई की तरह एक ही राग अलाप रहे हैं , जो भी अन्ना का विरोध कर रहा है वह आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है ....चौबे जी की चौपाल समाज को आईना दिखाने का एक बड़ा अस्त्र बनाता जा रहा है और इसके लिए रवीन्द्र प्रभात जी की जीतनी तारीफ़ की जाए कम होगी ! जय कुमार झा जी आपने तो विल्कुल लौह पुरुष की तरह ललकारा है, आज जरूरत है इस ललकार की ,बधाईयाँ !

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  10. सार्थक और सकारात्मक व्यंग्य, बधाईयाँ !

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  11. aapke vyang pathniy hote hain. yah swachchh bloging hai.
    बहुत अच्छी पोस्ट, शुभकामना, मैं सभी धर्मो को सम्मान देता हूँ, जिस तरह मुसलमान अपने धर्म के प्रति समर्पित है, उसी तरह हिन्दू भी समर्पित है. यदि समाज में प्रेम,आपसी सौहार्द और समरसता लानी है तो सभी के भावनाओ का सम्मान करना होगा.
    यहाँ भी आये. और अपने विचार अवश्य व्यक्त करें ताकि धार्मिक विवादों पर अंकुश लगाया जा सके.,
    मुस्लिम ब्लोगर यह बताएं क्या यह पोस्ट हिन्दुओ के भावनाओ पर कुठाराघात नहीं करती.

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  12. भ्रष्टाचार के मुंह पर
    अन्‍ना ही नहीं
    मुन्‍नाभाई का भी जूता
    बस भ्रष्टाचार से
    जूते का ब्रांड नेम पूछ लेंगे
    तब वहीं से
    सिर्फ एक खरीद लेंगे

    मुन्‍नाभाई अपने जूते के साथ तैयार हैं

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  13. अन्ना ने तो एक मार्गदर्शक की भूमिका निभायी है , वास्तविक कार्य तो उनके समर्थकों को करना है ..
    ड्राफ्टिंग कमिटी की हालत अभी तो सरकार के सामने कमजोर ही नजर आ रही है ...देखें क्या हल निकलता है ...
    चौबे जी की चौपाल खूब जमी है !

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  14. बात तभी बनेगी जब देश के हर नागरिक में अन्ना जागे...

    जय हिंद...

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