आईये सुनें ... अमृत वाणी ।आचार्य जी
Badhaayi.
एक अहिंदी भाषी सुदूर देशवासिनी से हिन्दी गायन वह भी भारतीय शैली में सुन कर मन प्रसन्न हुआ।
अच्छा लगा सुन कर.
सुन कर मन प्रसन्न हुआ।
क्या समा बाँधा है,अच्छा लगा सुन कर.
बहुत खूब..विदेश मे अपने देश के प्रति चाहत देख कर आनन्द आता है..
आदरणीय रश्मि जी,आपने सबकुछ इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत कर दिया कि हैरान हूँ....सचमुच बहुत ही मनभावन लग रहा है...प्यारी खुशबू को भी ढेर सारा प्यार और शाबाशी...उसने संयोजन का बहुत ही अच्छा काम किया है.....हृदय से धन्यवाद...!!
आपका स्नेह और प्रस्तुतियों पर आपकी समालोचनात्मक टिप्पणियाँ हमें बेहतर कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती हैं.
आईये सुनें ... अमृत वाणी ।
जवाब देंहटाएंआचार्य जी
Badhaayi.
जवाब देंहटाएंएक अहिंदी भाषी सुदूर देशवासिनी से हिन्दी गायन वह भी भारतीय शैली में सुन कर मन प्रसन्न हुआ।
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा सुन कर.
जवाब देंहटाएंसुन कर मन प्रसन्न हुआ।
जवाब देंहटाएंक्या समा बाँधा है,अच्छा लगा सुन कर.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब..विदेश मे अपने देश के प्रति चाहत देख कर आनन्द आता है..
जवाब देंहटाएंआदरणीय रश्मि जी,
जवाब देंहटाएंआपने सबकुछ इतनी खूबसूरती से प्रस्तुत कर दिया कि हैरान हूँ....सचमुच बहुत ही मनभावन लग रहा है...
प्यारी खुशबू को भी ढेर सारा प्यार और शाबाशी...उसने संयोजन का बहुत ही अच्छा काम किया है.....
हृदय से धन्यवाद...!!