(GOOGLE IMAGES)
नाज़ुक  दिल । (गीत)
नाज़ुक   दिल    तोड़ने   का,   उसे    भी    अहसास  था ।
वो     ज़ालिम    यहीं  -  कहीं,   मेरे   ही   आसपास  था ।
अंतरा-१.
अश्क,  आह,  जुनून, इश्क   से  उसे  क्या  वास्ता..!
हर   बेमानी    लफ़्ज़,  उन   क़दमों   का   दास  था ।
वो    ज़ालिम   यहीं  -  कहीं,  मेरे  ही  आसपास  था ।
(अश्क=आंसु; ल़फ्ज़=शब्द )
अंतरा-२.
क्या   कहें    उसे,  हम   ही   थे    बिकने   को   तैयार ..! 
फिर   उसका   ख़ुद  का   भी  तो  बड़ा सा  नख़ास  था ।
वो    ज़ालिम   यहीं  -  कहीं,  मेरे   ही   आसपास  था ।
( नख़ास=  पशु बाज़ार = नासमझ आशिक बाज़ा२)
अंतरा-३.
गहराने    को    रुज,  सलाक   बहुत   थे  उसके   पास ।
ये  भी  है   कि  उसका  इल्म, अंदाज़   कुछ  खास  था ।
वो     ज़ालिम    यहीं  -  कहीं,  मेरे   ही   आसपास  था ।
(रुज=ज़ख़्म; सलाक=तीर; इल्म=जानकारी; अंदाज़=तरीक़ा)
अंतरा-४.
ज़ख़्मी  दिल    कहाँ   देखेगा    ख़्वाब    रौशनी    का..!
शशिज   का   मेरा   चाँद   तो,  सियाही   अमास  था ।
वो    ज़ालिम   यहीं  -  कहीं,  मेरे   ही   आसपास  था ।
(शशिज=पूनम; सियाही=काली )
मार्कण्ड दवे । दिनांकः१६-०८-२०१२.
 


 
 
नाज़ुक दिल तोड़ने का, उसे भी अहसास था ।
जवाब देंहटाएंवो ज़ालिम यहीं - कहीं, मेरे ही आसपास था ।
...बहुत खूब नाजुक प्रस्तुति ...
मैंने भी कुछ लिखा है आप निचे क्लिक कर पढ़ सकते है )
जवाब देंहटाएं👉 इजराइल की भूख - गज़ा मै अकाल का बम
👉 इलेक्ट्रोल बॉन्ड स्कैंडल पर जापान के प्रधानमन्त्री ने माफी मांगी
👉 सफलता कि जिद्द । सच्चा दोस्त
👉 Dhokebaz Dost - धोखेबाज दोस्त
👉 मैने देखी है: Main Ne Dekhi Hai, Garibi Main Kahani
👉 pickfituse