आदमी और नेता में दस अंतर
पहला अंतर-
आदमी थोड़े प्रयास के बाद नेता बन सकता है , मगर नेता लाख कोशिश कर ले आदमी नहीं बन सकता ....!
दूसरा अंतर-
आदमी की आँखों में पानी होता है , किन्तु नेता की आँखों में पानी नहीं होता ....!
तीसरा अंतर-
आदमी लात खाने के डर से गलत बातों को हवा नहीं देता , किन्तु नेता का हवा लात से गहरा रिश्ता होता है ....!
चौथा अंतर-
आदमी जिसे चाट लेता है उसे कभी नहीं काटता , लेकिन नेता जिसको चाटता है उसीको काटता भी है ......!
पांचवां अंतर -
आदमी गलती करने के बाद झुक जाता है , किन्तु नेता ऊपर उठता चला जाता है ....!
छठा अंतर-
आदमी को कुछ-कुछ होता है , मगर नेता को कुछ भी नहीं होता .......!
सातवाँ अंतर-
आदमी साल में एकबार अप्रैल फूल मनाता है, किन्तु नेताओं के लिए प्रत्येक दिन अप्रैल फूल होता है ....!
आठवा अंतर-
आदमी जागने के वक़्त जाग जाता है, किन्तु नेता कुछ भी हो जाए पांच साल के बाद ही जगता है....!
नौवा अंतर-
आदमी के लिए स्व से उंचा चरित्र होता है,किन्तु नेता के चरित्र के ऊपर मैं हावी होता है ....!
दसवां अंतर -
आदमी रिश्तों में सराबोर होता है , नेताओं में केवल गठजोड़ होता है ...!
अच्छा, क्या आदमी नेता बन सकता है? क्या नेता आदमी बन सकता है?!
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जवाब देंहटाएंश्रद्धेय ज्ञान जी,
जवाब देंहटाएंनेता बनाना आसान है, किन्तु आदमी बनाना अत्यंत ही कठिन .......किसी ने एक बार अपनी पत्नी से कहा कि हम भी नेता बनकर दिखाएँगे , तो उसकी पत्नी ने कहा कि हम पहले १५ दिनों तक लातियांगे , उसके बाद भी यदि तुम उठ पाओगे तो नेतागिरी में बहुत दूर तक जाओगे ...!
सिद्ध हुआ कि आदमी आदमी होता है और नेता नेता!! :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया व सटीक लिखा है।
जवाब देंहटाएंमजा आ गया पढ़कर ...!आपने सही कहा है,कि "आदमी की आँखों में पानी होता है , किन्तु नेता की आँखों में पानी नहीं होता ....!"
जवाब देंहटाएंक्या बात है ! सचमुच नेता कभी आदमी नहीं हो सकता ...!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब...आदमी और नेता के बीच के फर्क को आपने बहुत सही तरीके से पकड़ा है।
जवाब देंहटाएंwaah satik sach :)lajawab
जवाब देंहटाएंबहुत सही और सटीक व्यंग्य , आदमी और नेता के बीच सही अंतर दिखाया है आपने , आपका साधुवाद !
जवाब देंहटाएंवाह क्या difaayin किया है -पानी नहीं आँसू आँख में वह भी घडियाली -तब समझो पका नेता !
जवाब देंहटाएंहल्के फुल्के अन्दाज़ में गहरी बात कह गए..सच कहा कि आदमी बनना बहुत कठिन काम है.. उसी तरह आदमी बनाना भी कम मुश्किल नही...
जवाब देंहटाएंनायाब लिखा है...........
जवाब देंहटाएंनेता तो लगता है अजीब विचित्र प्राणी है ........मजा आ गया आपके फर्क जान कर
बहुत ही सटीक भाई . आदमी क्यां नहीं बन सकता है .
जवाब देंहटाएंBhai wah chaube ji aap to din ba din kahar dha rahe hai.Wahi josh wahi umang.......
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