पिछले पोस्ट में यह उदघोषणा हुयी थी,कि इसबार अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉग सम्मेलन और परिकल्पना सम्मान समारोह काठमाण्डू में ही आयोजित किए जाएँगे । तो चलिये काठमाण्डू ( काठमाण्डु या काठमाडौं ) चलने की तैयारी करते हैं,किन्तु एक दिवसीय आयोजन में नहीं, बल्कि तीन दिवसीय सम्मेलन में ।
दूरभाष पर कमेटी मेम्बर से तथा नेपाल के व्यवस्थापक से हुई वार्तानुसार यह तय किया गया है कि यह सम्मेलन हिन्दी दिवस पर यानि 13-14-15 सितंबर 2013 में होंगे ।
आपके मन में यह जिज्ञासा होगी कि इसबार यह सम्मेलन -
काठमाण्डू ( काठमाण्डु या काठमाडौं) में ही क्यों ?
दरअसल बात ऐसी है कि इस साल हिन्दी ब्लॉगजगत दस वर्ष की अवधि को पार करके ग्यारहवें वर्ष में प्रवेश कर गया है । इसलिए परिकल्पना सम्मान के अंतर्गत हम हिन्दी के साथ-साथ दस क्षेत्रीय भाषाओं के ब्लॉगर को भी सम्मानित करने जा रहे है, जिसमें से एक नेपाली भाषा भी है । नेपाली भाषा का स्त्रोत मूल रूप से नेपाल में ही है, किन्तु हमारे लिए यह सौभाग्य का विषय है कि यह भाषा भारतीय संबिधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भारत की एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय भाषा भी है । भारत में इस भाषा का साहित्य अत्यंत समृद्ध है।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि नेपाल की राजधानी काठमांडू खूबसूरती और शांति का अनूठा संगम है। काठमांडू नेपाल का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय शहर है जहां सैलानियों का सबसे ज्यादा आगमन होता है। पहाड़ियों से घिरे इस खूबसूरत शहर को यूनेस्को की विश्वदाय धरोहरों में शामिल किया गया है।
यहां की रंगीन संस्कृति और परंपराओं के अलावा विशिष्ट शैली में बने शानदार घर सैलानियों को अनायास ही अपनी और आकर्षिक कर लेते हैं। यहां के शानदार मंदिर पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं।
साथ ही यहां के प्राचीन बाजारों की रौनक भी देखते ही बनती है। इसलिए सोचा गया कि सम्मान-समारोह के अतिरिक्त एक दिन ब्लॉगरों के मिलने-मिलाने, पढ़ने-पढ़ाने का कार्यक्रम और एक दिन पर्यटन का भी लाभ मिले ऐसी व्यवस्था की जाए। 28 अप्रैल 2013 को लखनऊ में परिकल्पना समारोह की कोर कमेटी की बैठक होने जा रही है,जिसके पश्चात कार्यक्रम का विस्तृत व्योरा प्रस्तुत किया जायेगा ।
इस समारोह में सहभागिता के इच्छुक ब्लॉगर कृपया मुख्य आयोजक परिकल्पना समय के निम्नलिखित ई मेल आई डी पर अपना संक्षिप्त परिचय, संपर्क, फोन न.,ई मेल संपर्क आदि प्रेषित कर दें ताकि समय पर उन्हें पर्याप्त जानकारी उपलब्ध कराई जा सके ।
ई-मेल आई डी : parikalpana.samay@gmail.com
आपके जेहन में एक बात और कौंध गयी होगी, कि यह परिकल्पना समय क्या है ?
यदि विनय जैन के द्वारा 19 अक्टूबर 2002 को अंगे्रजी ब्लाग पर हिन्दी की कड़ी सर्वप्रथम आरंभ करने के आगाज को छोड़ दिया जाये तो प्रामाणिक तौर पर हिन्दी में ब्लागिंग आरंभ करने का श्रेय आलोक कुमार को जाता है, जिन्होने 21 अप्रैल 2003 में हिन्दी के पहले ब्लॉग "नौ दो ग्यारह" की शुरुआत की थी । इसप्रकार कल हिन्दी ब्लॉग जगत ने दस वर्ष पूरा कर लिया और आज ग्यारहवें वर्ष में प्रवेश कर गया है ।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर परिकल्पना समूह ने एक नयी पत्रिका "परिकल्पना समय" के मासिक प्रकाशन का संकल्प लिया है । एक-दो दिन में इसकी कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी । इस पत्रिका का प्रकाशन मई 2013 से प्रारंभ हो जाएगा ।
कार्यक्रम से संबन्धित किसी भी प्रकार का पत्र व्यवहार कृपया उपरोक्त ई मेल संपर्क पर ही करें - यदि इस कार्यक्रम के आयोजन से संबन्धित आपके कोई सुझाव हो तो नि:संकोच टिप्पणी बॉक्स में दर्ज करें । आपके सुझाव पर अवश्य अमल किया जाएगा ।
दूरभाष पर कमेटी मेम्बर से तथा नेपाल के व्यवस्थापक से हुई वार्तानुसार यह तय किया गया है कि यह सम्मेलन हिन्दी दिवस पर यानि 13-14-15 सितंबर 2013 में होंगे ।
आपके मन में यह जिज्ञासा होगी कि इसबार यह सम्मेलन -
काठमाण्डू ( काठमाण्डु या काठमाडौं) में ही क्यों ?
दरअसल बात ऐसी है कि इस साल हिन्दी ब्लॉगजगत दस वर्ष की अवधि को पार करके ग्यारहवें वर्ष में प्रवेश कर गया है । इसलिए परिकल्पना सम्मान के अंतर्गत हम हिन्दी के साथ-साथ दस क्षेत्रीय भाषाओं के ब्लॉगर को भी सम्मानित करने जा रहे है, जिसमें से एक नेपाली भाषा भी है । नेपाली भाषा का स्त्रोत मूल रूप से नेपाल में ही है, किन्तु हमारे लिए यह सौभाग्य का विषय है कि यह भाषा भारतीय संबिधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भारत की एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय भाषा भी है । भारत में इस भाषा का साहित्य अत्यंत समृद्ध है।
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि नेपाल की राजधानी काठमांडू खूबसूरती और शांति का अनूठा संगम है। काठमांडू नेपाल का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय शहर है जहां सैलानियों का सबसे ज्यादा आगमन होता है। पहाड़ियों से घिरे इस खूबसूरत शहर को यूनेस्को की विश्वदाय धरोहरों में शामिल किया गया है।
यहां की रंगीन संस्कृति और परंपराओं के अलावा विशिष्ट शैली में बने शानदार घर सैलानियों को अनायास ही अपनी और आकर्षिक कर लेते हैं। यहां के शानदार मंदिर पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान रखते हैं।
साथ ही यहां के प्राचीन बाजारों की रौनक भी देखते ही बनती है। इसलिए सोचा गया कि सम्मान-समारोह के अतिरिक्त एक दिन ब्लॉगरों के मिलने-मिलाने, पढ़ने-पढ़ाने का कार्यक्रम और एक दिन पर्यटन का भी लाभ मिले ऐसी व्यवस्था की जाए। 28 अप्रैल 2013 को लखनऊ में परिकल्पना समारोह की कोर कमेटी की बैठक होने जा रही है,जिसके पश्चात कार्यक्रम का विस्तृत व्योरा प्रस्तुत किया जायेगा ।
ई-मेल आई डी : parikalpana.samay@gmail.com
आपके जेहन में एक बात और कौंध गयी होगी, कि यह परिकल्पना समय क्या है ?
यदि विनय जैन के द्वारा 19 अक्टूबर 2002 को अंगे्रजी ब्लाग पर हिन्दी की कड़ी सर्वप्रथम आरंभ करने के आगाज को छोड़ दिया जाये तो प्रामाणिक तौर पर हिन्दी में ब्लागिंग आरंभ करने का श्रेय आलोक कुमार को जाता है, जिन्होने 21 अप्रैल 2003 में हिन्दी के पहले ब्लॉग "नौ दो ग्यारह" की शुरुआत की थी । इसप्रकार कल हिन्दी ब्लॉग जगत ने दस वर्ष पूरा कर लिया और आज ग्यारहवें वर्ष में प्रवेश कर गया है ।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर परिकल्पना समूह ने एक नयी पत्रिका "परिकल्पना समय" के मासिक प्रकाशन का संकल्प लिया है । एक-दो दिन में इसकी कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी । इस पत्रिका का प्रकाशन मई 2013 से प्रारंभ हो जाएगा ।
कार्यक्रम से संबन्धित किसी भी प्रकार का पत्र व्यवहार कृपया उपरोक्त ई मेल संपर्क पर ही करें - यदि इस कार्यक्रम के आयोजन से संबन्धित आपके कोई सुझाव हो तो नि:संकोच टिप्पणी बॉक्स में दर्ज करें । आपके सुझाव पर अवश्य अमल किया जाएगा ।
"परिकल्पना समय" के मासिक प्रकाशन के संकल्प लिये जाने पर बहुत-बहुत बधाई ....
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस पर 13-14-15 सितंबर 2013 में होने वाले इस आयोजन के लिये अग्रिम शुभकामनाएँ
सादर
सुन्दर -
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें आदरणीय-
....वाह ।
जवाब देंहटाएं.
.बेहतरीन कार्यक्रम। आगे की प्रतीक्षा ।
समय की मय
जवाब देंहटाएंनशे की लय
तरन्नुम हय
"परिकल्पना समय" के शीघ्र मासिक प्रकाशन एवं सितंबर 2013 में होने वाले इस आयोजन के लिए बहुत२ बधाई,और शुभकामनाए,,,
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen...
जवाब देंहटाएंprateeksha ham bhi karenge...
परिकल्पना समय,के मासिक प्रकाशन एवं सितंबर 2013 में होने वाले इस आयोजन के लिये बहुत-बहुत बधाई,अग्रिम शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंबढ़िया, शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई एवँ शुभकामनायें ! 'परिकल्पना समय' पत्रिका के हाथ में आने की प्रतीक्षा रहेगी !
जवाब देंहटाएंसभी आयोंजकों को बहुत-बहुत बधाई और ढेरों शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें
जवाब देंहटाएंपत्रिका की प्रतीक्षा रहेगी !
बधाई । जयप्रकाश मानस
जवाब देंहटाएंठीक ही है, हिन्दी दिवस काठमाण्डू नेपाल में ही मना लेंगे!
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई और ढेरों शुभकामनाएँ ..
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंरामराम.
bahut badhayi ravindra ji , ho saketo main is kaarykram me shaamil hona chahunga . main em ial bhejta hoon .
जवाब देंहटाएंdhanyawad.
vijay sappatti
[ poemsofvijay.blogspot.in ]
अच्छा प्रयास है, प्यारी परिकल्पना है, पत्रिका के प्रकाशन का निर्णय तलवार की धार पर धावनो जैसा है, मगर मैं जानता हूँ, सफल होगे. फिलहाल दिल से शुभकामनाएँ। अच्छे लोगों को साथ लेकर चलने से सफलता मिलेगी ही मिलेगी.
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें शुभकामनायें शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंmasik patrika ke prakashan aur agaami ayojan ke liye bahut bahut shubhkamnaye..
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई! इस नये सॄजन के लिए...साथ ही अनेक शुभकामनाएँ सफ़लतम आयोजन के लिए ...
जवाब देंहटाएंCongrats and good wishes!
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई और सफल आयोजन के लिए शुभ कामनाएं....
जवाब देंहटाएंआयोजन के लिए ..बहुत-बहुत बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत शुभकामनायें जिम्मेदारी से न भाग-जाग जनता जाग" .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-2
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाएँ !!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंपत्रिका की प्रतीक्षा रहेगी !
बधाई और शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंपत्रिका की प्रतीक्षा रहेगी !
hardik shubhkamnaye , nepal ke liye aur parikalpana samay ki hardik badhai , pratiksha rahegi parikalpna samay ki bhi
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं...
जवाब देंहटाएं