वटवृक्ष हिंदी जगत की एकमात्र पत्रिका
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चटखती हुई आस्थाओं के बीच
देती है साहित्यकारों को सृजन का असीम सुख.....! आगे पढ़ें>>>
परिकल्पना ब्लॉगोत्सव पर पढ़ें :
कवि उद्भ्रांत को भवानी प्रसाद मिश्र पुरस्कार
भोपाल: विगत 25 अगस्त, 2011 को भारत भवन सभागार में मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद की साहित्य अकादमी द्वारा...
कहते हैं कि ग़ालिब का है अंदाज़े बयाँ और
पुस्तक समीक्षा समीक्षित पुस्तक: ‘अस्ति’ ;कविता संग्रह’, कवि: उद्भ्रांत, प्रकाशक: नेशनल पब्लिशिंग...
आलोक कुमार सातपुते की लघुकथाएं
एक आधुनिक आदमी वह तपती दुपहरी में कोट-टाई लगाकर घूमने निकला। घूमते-घूमते वह अपने एक परिचित के...
टीसी को देखें तो कुछ ऐसा करें…कुछ वैसा करें……
व्यंग्य आपने रेलवे स्टेशन पर टीसी से बर्थ की जुगाड़ लगाने वाले दृश्य जरूर देखे होंगे। हममें...
रश्मि प्रभा की कविता : लगाओ बाजी !
लगाओ बाजी !!! नाटकीय ज़िन्दगी जीते जीते हर शाख गिरवी है कहीं से कोई अपनेपन की आंच मिले सबकी नज़रें...
17वां दिल्ली पुस्तक मेला शुरू
दिल्ली। राजधानी में शनिवार 27 अगस्त से 17वां दिल्ली पुस्तक मेला शुरू हो गया। इस साल मेले में देश...