जिस दिन सेंसेक्स औंधे मुंह गिरा था और शेयर बाज़ार में हरकंप मच गया था अनायास हीं , उसी दिन सुबह-सुबह मैंने अपनी श्री मती जी को उनके जन्म दिन ...
हम चूमना भी जानते हैं और चटकन लगाना भी !
फोटो क्रिकेट नेक्स्ट से साभार भारत में क्रिकेट कभी राजा-महाराजाओं , नवाबों या बडे व्यवसाइयों तक सीमित था । आम आदमी के पास न तो इतने साधन थ...
ग़ज़ल की विकास यात्रा पर एक नज़र
आजकल श्री पंकज सुबीर जी सुबीर संवाद सेवा में पाठकों को ग़ज़ल सिखा रहे हैं , ग़ज़ल के विभिन्न पहलूओं पर उनका पक्ष नि:संदेह प्रशंसनीय है । इस...
प्यार जिससे करो डूबकर के करो !
प्यार के तीन रुप - (एक) मन में उम्मीदों की चाहत भरो , डरो न किसी से , खुद से डरो , यही ज़िंदगी का सही फलसफा है - प्यार जिससे करो डूबकर क...
कहीं क्रिकेट शर्मसार तो कही सभ्यता ....!
पिछले दिनों सिडनी में जो हुआ , उसे बताने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उसे पूरा विश्व जानता है . मगर इस कुकृत्य के बारे में जानकर जो मैंने महसूस...
बाबू ! औरत होना पाप है पाप ...... ।
सालों बाद देखा है धनपतिया को आज धुप की तमतमाहट से कहीं ज्यादा उग्र तेवर में भीतर-भीतर धुआंती जीवन के एक महासमर के लिए तैयार । महज दो-तीन साल...
संकल्प, लक्ष्य और परिणाम !
मिथिकीय उद्धरण में ऐसा कहा जाता रहा है , कि यह विशाल ब्रह्माण्ड ईश्वर के संकल्प का प्रतिफल है । ईश्वर में इच्छा जगी " एको अहं बहुस्याम...
यदि चिंतन को चोरी करके ही लिखना है , तो ब्लोग लेखन करने की क्या आवश्यकता ?
आज मैं अपनी बात की शुरुआत नए वर्ष में नए लक्ष्य , संकल्प और परिणाम से शुरू करना चाहता था , किन्तु चिट्ठा पर नए पोस्ट पढ़ने के क्रम में मैंने...