आंसूओं से पूछा
तुम बहते क्यूं
हो
दिल से पूछा
तुम बेचैन क्यूं
हो
मन से पूछा
तुम अनमने क्यूं
हो
चेहरे से पूछा
तुम उदास क्यूं
हो
चेहरा बोला
दिल बेचैन जो
है
दिल बोला
मन अनमना जो
है
मन बोला
आँखें नम जो
हैं
चारों से एक
साथ पूछा
सच बताओ वजह
क्या है
चारों एक साथ
बोले
तुम प्रियतम
से दूर
अकेले जो हो
30-07-2012
634-31-07-12
डा.राजेंद्र
तेला,निरंतर
आपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार को ३१/७/१२ को राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी आपका स्वागत है
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति......
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंकल 01/08/2012 को आपकी इस पोस्ट को नयी पुरानी हलचल पर लिंक किया जा रहा हैं.
आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
'' तुझको चलना होगा ''
बहुत सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंसादर
अनु
बहुत भावपूर्ण और सुन्दर रचना |
जवाब देंहटाएंआशा