परिकल्पना ब्लॉगोत्सव के सहयोगियों, शुभचिंतकों,सहभागियों और प्रतिभागियों हेतु सूचना
अंतरजाल पर मनाये जाने वाले इस अद्भुत उत्सव हेतु
इस बार एक नया स्थल तय किया गया है
टेंट-शामियाने तो दुरुस्त हो चुके हैं, किन्तु -
मंच सज्जा का कार्य अभी भी चल रहा है
शामिल हो चुके हैं -
अबतक 400 रचनाकार
किन्तु अभी भी व्यस्तता के कारण
शामिल नहीं हो सके हैं
कुछ महत्वपूर्ण रचनाकारउनके आग्रह पर -
बढाई जा रही है अंतिम तिथि रचना भेजने के लिए
22 जून 2011
और अब इस अंतिम तिथि के बाद
यानी दूसरे दिन से (23 जून 2011 से )
होगा ब्लॉगोत्सव का आगाज़ ...!
वैसे नए स्थल पर टेस्टिंग का काम चल रहा है
और टेस्ट पोस्ट को पढ़ने के लिए
पाठकों का आना-जाना जारी है
बस अब केवल आपकी बारी है !
कुछ लोगों का मत है कि
उन्होंने इस कार्यक्रम की खूब आलोचना की है
उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा अरे नहीं भाई,
उन्हें तो एक कदम आगे बढ़कर
ससम्मान शामिल किया जाएगा
यह मेरा वादा है !
तो देर किस बात की अपनी दो रचना और फोटो परिचय निम्न पते पर शीघ्र प्रेषित करें :
रचना भेजने का पता है :
parikalpanaa@gmail.com/
मैं भी जल्द अपनी रचना भेजता हूँ सम्मान के लिए नहीं बल्कि ब्लोगिंग को मजबूती तथा ब्लोगरों को एकजुट करने के आपके सार्थक प्रयास के सम्मान में...
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंHardik Shubhkamnayen
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफ़लता के लिए शुभकामनाएं॥
जवाब देंहटाएंये दो रचना अपनी ब्लाग-पोस्ट से ही चुनकर देनी है अथवा किसी विशेष विषय पर अलग से लिखकर भेजनी है । कृपया इसे भी स्पष्ट करें । धन्यवाद सहित...
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम तो नियत तिथि को प्रारम्भ किया ही जा सकता था, लेट—लतीफ आकर पीछे बैठते जाते। अब पर्दा उठाने में देरी करके सबसे आगे बैठे लोगों को आप बिला वजह इंतज़ार करा रहे हैं । शुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंnutan karya-yojna ke liye hardik subhkamnayen....................
जवाब देंहटाएंalochna to hum aapki karte rahenge..
....'akhir hamri bhi kuch apni apekshayen hain'......ha..ha...ha....
lekin prasansa hum hamesha karte rahenge.....aapke karmathta ke liye
pranam.
सुशील जी,
जवाब देंहटाएंरचना अप्रकाशित हो तो उत्तम , किन्तु यदि व्यस्तता के कारण नया न भेज पा रहे हों तो दो पुराने पोस्ट के साथ फोटो और परिचय भेजें
ब्लोग पर लिखी तो भेज चुकी हूँ अप्रकाशित भेजनी हो तो वो भी भेज सकती हूँ……………आयोजन के लिये हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंमैं भी जल्द अपनी रचना भेजता हूँ
जवाब देंहटाएंसफलता के लिए शुभकामनाएं. (भेजने वाला सिस्टम अभी भी यानि वेबयुग में भी चल रहा है, आश्चर्य है.)
जवाब देंहटाएंमैनें तो भेज दी है. पता नहीं मिला या नहीं
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ।
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen
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