(कृपया अब दूसरी कोई भी पोस्ट 25 दिसम्बर तक ना डाली जाये )



भीनी भीनी हवाओं की आहटें 
कहानियों कविताओं संस्मरणों 
हाइकु क्षणिकाओं .... संग 
हिंदी साहित्य के परिकल्पना मंच पर 
दस्तक दे रही हैं 
स्वागत कीजिये अपनी रचनाओं के संग 
मील का पत्थर हो यह परिकल्पना 
कोई कसर न छोड़िये 
परिकल्पना को इंतज़ार है आपका 
आप उसके मंच को साकार कीजिये 
परिकल्पना आपकी कल्पनाओं को पंख देगी 
है पंख मेरी झोली में 
सांता क्लॉज से लेकर आई हूँ 
आप आइये तो :) 

7 comments:

  1. ये दिसम्बर जल्दी क्यूँ नहीं आता | :)

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  2. अभी से ही लग रहा है परिकल्पना मंच शानदार सजने वाला है|
    ऋता शेखर मधु

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  3. हार्दिक शुभकामनायें !


    नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाने सरबत दा भला - ब्लॉग बुलेटिन "आज गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व और कार्तिक पूर्णिमा है , आप सब को मेरी और पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से गुरुपर्व की और कार्तिक पूर्णिमा की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और मंगलकामनाएँ !”आज की ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  4. परिकल्पना आपकी कल्पनाओं को पंख देगी ... यकी़नन, इस शुरूआत का बेसब्री से इन्‍तज़ार है ...
    सादर

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