विचारों पर कार्यों का प्रभुत्व ज्यादा प्रासंगिक ! विचारों पर कार्यों का प्रभुत्व ज्यादा प्रासंगिक !

कहा गया है कि कार्यों पर विचारों का प्रभुत्व प्रासंगिक नही होता , प्रासंगिक होता है कि विचारों पर कार्यों का प्रभुत्व बनाया जाए । किसी भी क...

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4:13 pm

आपके पसंदीदा 25 चिट्ठे आपके पसंदीदा 25 चिट्ठे

तुलसी का पत्ता क्या बड़ा क्या छोटा ? आज जिसप्रकार हिन्दी के चिट्ठाकार अपने लघु प्रयास से प्रभामंडल बनाने में सफल हो रहे हैं, वह भी साधन और स...

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2:51 pm

परिकल्पना पर फ़िर इसबार हिन्दी चिट्ठाकार विश्लेषण -२००८ नए रूप में ...! परिकल्पना पर फ़िर इसबार हिन्दी चिट्ठाकार विश्लेषण -२००८ नए रूप में ...!

सुझाव आमंत्रित- ravindra.prabhat@gmail.com

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2:49 pm

नेता शिरोमणी श्री राम लाल जी का चुनावी घोषणा - पत्र नेता शिरोमणी श्री राम लाल जी का चुनावी घोषणा - पत्र

आया हूँ तेरे द्वारे, तू दे-दे मुझको प्यारे, वोटों की झोली दे-दे, या खोखा-खोली दे-दे, मेरा ईमान ले-ले , अपना ईनाम दे-दे, अल्लाह के नाम दे या...

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9:35 pm

चुनाव जब भी आता है दोस्त ! चुनाव जब भी आता है दोस्त !

चुनाव जब भी आता है दोस्त ! सजते हैं वन्दनवार हमारे भी द्वार पर और हम- माटी के लोथडे की मानिंद खड़े हो जाते हैं भावुकता की चाक पर करते हैं बस...

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8:05 pm

लौटा है शीत जब से गाँव लौटा है शीत जब से गाँव

प्रीति भई बावरी , देख घटा सांवरी , है धरती पे उसके न पाँव , लौटा है शीत जब से गाँव । सुरमई उजालों में चुम्बन ले घासों को , बेंध रही हौले से...

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10:37 am
 
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