जैसा कि आप सभी
को विदित है कि इस वर्ष के समापन के साथ ही हिन्दी ब्लॉग जगत नए दशक मे प्रवेश
कर जाएगा, इसलिए परिकल्पना समूह
के द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि परिकल्पना सम्मान के साथ दशक के श्रेष्ठ पाँच
ब्लॉग और दशक के श्रेष्ठ पाँच ब्लॉगर का भी सारस्वत सम्मान किया जाये।
इसके लिए परिकल्पना पर दिनांक 12.05.2012 को आप सभी से वोट देने हेतु आग्रह किया गया था, वोटिंग लाइन शुरू होने के चौबीस घंटे के भीतर जो रुझान (परिणाम नहीं)आए हैं उसके आधार
पर जो स्थिति बनी है वह इसप्रकार है :
(1) समीर लाल समीर (41 वोट)
(2) रंजना (रंजू भाटिया) (21 वोट)
(3) रवि रतलामी (14 वोट)
(4) पूर्णिमा वर्मन (09 वोट)
(5) कविता वाचक्नवी (07 वोट)
(6) अनूप शुक्ल (05 वोट)
(7) आशीष श्रीवास्तव (03 वोट)
(8) सतीश सक्सेना (02 वोट)
दृष्टव्य
: जितेंद्र चौधरी और सुनील दीपक को कोई वोट नहीं मिला है अभीतक । साथ ही अन्य विकल्प
के अंतर्गत प्राप्त मतों के आधार पर रवीन्द्र प्रभात (05 वोट), रश्मि प्रभा(03 वोट), अविनाश वाचस्पति (01वोट),हंसराज सुज्ञ(01 वोट),राजेन्द्र
स्वर्णकार(01 वोट), उमेश चतुर्वेदी (01 वोट),संगीता पूरी (01 वोट),डा। श्याम गुप्त (01 वोट), दिव्या श्रीवास्तव (01 वोट).......... आदि को भी वोट प्राप्त
हुये हैं । रवीन्द्र प्रभात को छोडकर शेष सभी वोट आखिरी परिणाम मे शामिल किए जाएँगे
।
(1) उड़न तश्तरी (39 वोट)
(2) फुरसतिया (19 वोट)
(3) ब्लोगस इन मीडिया (11 वोट)
(4) भड़ास (09 वोट)
(5) नारी (08 वोट)
(6) छींटे और बौछारें (05 वोट)
(7) साई ब्लॉग (03 वोट)
(8) साइंस ब्लॉगर असोसियेशन (02 वोट)
(9) मेरा पन्ना (01 वोट)
(10) जो न कह सके (01 वोट)
दृष्टव्य:
अन्य विकल्प के अंतर्गत प्राप्त मतों के आधार पर परिकल्पना
(09 वोट), मेरे भावनाएं (03 वोट), उपचार (01 वोट),निरामिष (01 वोट), शब्द सारंग (01वोट)........आदि को भी वोट प्राप्त हुये हैं । परिकल्पना को छोडकर शेष सभी वोट आखिरी परिणाम
मे शामिल किए जाएँगे ।
मैने संगीता पुरी जी के नाम से वोट किया था वो आपकी गिनती में दिखाई नहीं दे रहा है?
जवाब देंहटाएंमैंने भी वोटिंग की थी। नहीं दिख रहा है।
जवाब देंहटाएंललित जी और मनोज जी,
जवाब देंहटाएंअदर के अंतर्गत जिन्हें केवल एक ही वोट मिले हैं उन सभी ब्लॉगरों की चर्चा नहीं की गयी है, सबकी चर्चा संभव भी नहीं, इसलिए एक-दो नाम के पश्चात आदि लगा दिया गया है .....वैसे संगीता जी का नाम तो है ?
ये केवल रुझान है , परिणाम नहीं ......अभी वोटिंग लाइन जारी है इसलिए टीका टिप्पणी का अभी कोई मतलब नहीं है ।
रविन्द्र प्रभात - संगीता जी का नाम पहले नहीं था। अन्यथा मुझे कमेंट में खुलासा करने की आवश्यकता नहीं थी। वैसे भी उनका नाम आपको पूर्व सुची में जोड़ना चाहिए था। इसलिए मुझे अन्य में सुझाना पड़ा। अपडेट के लिए आभार
जवाब देंहटाएंमेरे गुरुदेव से बढ़ कर कौन ?
जवाब देंहटाएं
जय हिंद...
एक और जानकारी दे दूँ कि यदि आप अपने स्वयं के कंप्यूटर से या फिर एक ही आई पी ऐड्रेस से एक से अधिक वोट करेंगे तो केवल एक वोट ही मान्य होगा ।
जवाब देंहटाएंजय हो समीर भई ...
जवाब देंहटाएंआप सब लोग ब्लागिंग मास्टर हैं। मैं तो कुछ समय पहले ही यहां आया हूं।
जवाब देंहटाएंआप सब जानते हैं कि यहां ब्लागर्स के बीच में गुट बने हुए हैं। इसे सबसे पहले खत्म करने की जरूरत थी, लेकिन इस वोटिंग सिस्टम में आग में घी डालने का काम किया है।
मैं देखता था कि गांवों में पहले बड़ा सुकून था, जो बुजुर्गवार कह देते थे, वो सभी को मान्य होता था, पर जब से पंचायती राज के तहत गांव गांव चुनाव होने लगे, गांव की शांति खत्म हो गई, खून खराबा होने लगा।
मुझे लगता है कि हिदी ब्लागिंग के 10 साल को और बेहतर बनाने के लिए बहुत से तरीके थे, लेकिन आप लोगों ने वोटिंग कराकर इसका हाल गांव से भी बुरा कर दिया।
मै फिर कहता हूं कि मुझे ज्यादा दिन यहां नहीं हुए हैं, लेकिन मै बता सकता हूं कि किन लोगों का ब्लाग जगत में कितना योगदान है। किसने ब्लागिंग को सम्मान दिलाया है। मै ही क्या आप सब भी जानते हैं। अरे इस वोटिंग सिस्टम से आप ये मैसेज दे रहे हैं कि तमाम वरिष्ठ ब्लागर्स को दो तीन वोट मिले हैं....
खैर... ध्यान रखिएगा कहीं यहां भी लालू,कलमाडी, राजा टाइप लोग ना वोट का जुगाड़ कर लें...
महेंद्र जी, आपका कथन सही भी है और नहीं भी .....आपकी चिंता जायज है, किन्तु क्या पारस्परिक सहमति के लिए लोकतान्त्रिक व्यवस्था जायज नहीं है ? आपने सही कहा कि आप ब्लोगिंग मे बहुत बाद मे आए हैं, किन्तु मेरा मानना है कि विचारों मे परिपक्वता पहले या बाद मे आने से नहीं होती । नि: संदेह आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, किन्तु मुझे ऐसे ब्लॉगर का चुनाव करना है जिनका योगदान 10 वर्षों के अंतराल मे कम से कम 7 वर्षों का अवश्य रहा है। हिन्दी ब्लॉग जगत मे आसानी से सर्वमान्य राय बना पाना अत्यंत कठिन कार्य है। मैंने जब वोटिंग प्रक्रिया शुरू की तो साफ-साफ लिख दिया था कि आप अपने नाम पर वोट न दे, आप जिसे उपायुक्त समझ रहे हैं उन्हें वोट करे। आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि इस बार काफी मात्रा मे ऐसे भी वोट प्राप्त हो रहे हैं जो व्यक्ति खुद अपने को दे रहा है ......ऐसे ब्लॉगर का नाम अंकित किया जा रहा है जो जो विगत एक-दो वर्षों से ही ब्लॉग लिखना शुरू किया है, ऐसे लोगों के पूरे एक दशक मे योगदान क्या है ? ऐसे कुछ वोट मुझे रद्द करने पद रहे हैं .....यह वोटिंग लाइन 30 मई तक है ....देखिये आगे-आगे क्या होता है ?
जवाब देंहटाएंआप सभी से एक आग्रह और भी है कि कृपया मुझे या मेरे ब्लॉग को वोट न करें, क्योंकि मुझे या मेरे ब्लॉग को दिया गया वोट गणना मे शामिल नहीं किया जाएगा । आपका वोट रद्द होने से मुझे बहुत दुख होगा ।
जवाब देंहटाएंjai ho:)
जवाब देंहटाएंआपका यह प्रयास सराहनीय है ... बधाई सहित शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंबढियां ..मूल्यांकन सही है -मेरा भी एक ब्लॉग भी तो है -शुक्रिया प्रस्तावक मित्रों ...
जवाब देंहटाएंमंजिल मिले न मिले मुझे इसका गम नहीं
ज़िंदगी की जुस्तजू में मेरा कारवां तो है .... :)
jo bhi ban jaayae hamari badhaii dae dae
जवाब देंहटाएंbaaki mehendra shrivastav ne sab keh diyaa
maeri nazar me yae sab fijul haen phir bhi aap mehnat kar rahey is kae liyae aap bhadii kae paatr haen
aur ek pruskaar reh gayaa haen
blog bharat ratan shaayad is baar to dashak kaa hoga wo agli baar blog bharat ratan banegaa
all the best to all
रविन्द्र जी,
जवाब देंहटाएंमुझे तो आपकी ईमेल और आपकी पोस्ट का शीर्षक ही समझ में नहीं आया...
अगर हिंदी ब्लॉग्गिंग नए 'दशक' में प्रवेश कर रहा है, तो इसका अर्थ हुआ हिंदी ब्लॉग्गिंग ने दस साल पूरे कर लिए हैं...और अब हिंदी चिट्ठाजगत ग्यारहवें वर्ष में पदार्पण कर रहा है......परिकल्पना को इस 'दशक' के लिए सर्वश्रष्ठ चिट्ठाकारों के लिए वोट चाहिए....क्या ये सारे चिट्ठाकार दस साल पूरे कर चुके हैं ???
और अगर यह दशक का पुरस्कार है तो...ऐसे भी चिट्ठाकार होंगे जो आए अपना भरपूर योगदान दिया और चले भी गए, उनका नाम भी आपकी लिस्ट में शामिल होना चाहिए...लोग चाहे कि न चाहे उनके योगदान को भुलाया नहीं चाहिए..
देना ही है तो कुछ और नाम देकर दीजिये...'दशक' का पुरस्कार ये हो नहीं सकता...
'अदा'
कुछ पुराने नाम छूट गये हैं... राकेश खण्डेलवाल जी, अज़दक,अफ़लातून,मसीजीवी,घुघूति बासुति, आवारा बंजारा, आरम्भ, शास्त्री जे सी फ़िलिप, और भी बहुत से हैं जिनकी बदौलत चिट्ठाजगत में रौनक रहती थी। जो हिन्दी जगत की जान थे। जाकिर अली रजनीश सुबीर संवाद बहुत से छूट गये भई :)
जवाब देंहटाएंसुनीता सानू जी ने बहुत सारे अच्छे नाम सुझाए हैं...और न जाने कितने नाम होंगे...
जवाब देंहटाएंदशक पूरा होने में अभी ३ साल होंगे कम-से कम और न जाने कितने अच्छे ब्लोग्गर आयेंगे...
ये बिना मतलब के 'दशक' का पुरस्कार देने का क्या तुक है ?
जी हाँ अदा जी मै 2007 से ब्लॉगिंग की दुनिया में हूँ। बिजिनेस में व्यस्तता अधिक रही मगर इन लोगों को पढ़ना कभी नही छोड़ पाई। सच कहूँ तो दिल कहता है एक बार उन सभी को पुकारा जाये जो नारद, ब्लॉगवाणी पर रौनक बनाये रखे थे। कहाँ गये वो लोग। जो हमे एक दिशा दे गये और खुद मालूम नही कहाँ है घुघूति जी तो आज भी लिख रही हैं अनीता कुमार एक अच्छी चिट्ठाकारा हैं ममता टीवी, चोखेर बाली कैसे भूल सकती हूँ मै इन सबको।
जवाब देंहटाएंरविंद्र भाई ने बहुत छोटी लिस्ट बनाई है।
समीर भाई से लेकर सतीश सक्सेना जी तक सभी अज़ीज़ है किसी एक को वोट कैसे दिया जाये?
waah !
जवाब देंहटाएंsabse zyada vote us mahan blogger ko do jisne ye kaha :
जो भी बन जाये हमारी बधाई दाए दाए
बाकी मेहेन्द्र श्रीवास्तव ने सब केह दिया
मायेरी नज़र मे याए सब फिजूल हाएं फिर भी आप मेहनत कर रहे इस काये लिए आप भाडी कए पात्र हाएं
और एक पृसकार रह गया हाएं
ब्लॉग भारत रतन शायद इस बार तो दशक का होगा वो अगली बार ब्लॉग भारत रतन बनेगा
आल दी बेस्ट फॉर आल
hindi ki seva in se zyada koun kar sakta hai bhai ?
jai hind !
जनाब महेंद्र श्रीवास्तव जी ने सब केह दिया है.
जवाब देंहटाएंnih:sandeh 'parikalpana' ka ye aayojan blog-itihas me ek mil-ke pathar ki tarah upasthit rahenge...
जवाब देंहटाएंkintu, isme abhi barisht evam sakriya
bloggeron ki bhagidari sujhav/nirdesh
ke liye aham/jaroori hai.....
dhyatavya ho ki ek 'akele' shri prabhatji ne ab-tak sankalan kiya hai
o nichit roop se sadhuvad ke patra hain....
pranam.
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंवोट देने से पूर्व क्राइटेरिया को स्पष्ट लिखा जाना चाहिए था .. ताकि दशक के हिसाब से जिन्हें आए हुए कम समय हुआ है .. उनको वोट न डाला जाए .. वास्तव में किसी भी लेखक ने हिंदी ब्लॉगिंग को समृद्ध नहीं किया .. बल्कि हिंदी ब्लॉगिंग के माध्यम से सबको अपनी बातों को दुनिया के सम्मुख रखने का मंच मिला है .. वास्तव में पुरस्कार, सम्मान और बधाई के पात्र तो वे हैं .. जिन्होने हमें ऐसी सुविधा दी .. पर शायद उनका नाम भी हम अच्छी तरह नहीं जानते .. हिंदी ब्लॉगिंग के माध्यम से मैं अपने और पिताजी के चिंतन और शोधों पूरे विश्व में प्रचारित प्रसारित कर पा रही हूं .. नहीं तो मेरे पिताजी के पूरे जीवन का शोध वैसे ही डायरी में लिखा कभी लापरवाही से कचरे में फेक दिया जाता .. क्योंकि इनके द्वारा बतलायी जा रही ज्योतिष की कमजोरियां ज्योतिषियों को स्वीकार्य नहीं थी और इनके द्वारा बताए जा रहे वैज्ञानिक तथ्य आम जन को स्वीकार्य नहीं थे .. ऐसी स्थिति में दो पाटन के बीच हम पिसे ही जा रहे थे कि ये मंच हमें मिला .. ब्लोगरों के मध्य लोकप्रिय होने और सार्थक गंभीर लेखन करने में बहुत अंतर है .. किसी एक ब्लोगर को वोट देना काफी मुश्किल है .. टेस्ट कर रही हूं तो मेरे कंप्यूटर या मेरी आई डी से आपके यहां प्रतिदिन किसी न किसी को वोट चली जा रही है .. इस तकनीकी गल्ती को ठीक किया जाना चाहिए !!
जवाब देंहटाएंहर चीज का अपना एक आनंद है... कोई टीका-टिप्पणी इतनी रसीली करता है कि पोस्ट से अधिक मधुरता उसमें होती है.. तो कोई किसी विषय पर चलती बहस में अपने तर्कों से झंडे गाड़ देता है... कभी सीधी-सादी बाल कविता भाती है तो कभी घोर साहित्यिक रचना... तो कभी बहुत संवेदनात्मक सामाजिक मुद्दों पर गरमा-गरमी.... इन्हीं सबके बीच यदि कोई प्रेमी स्वभाव का व्यक्ति पाठकों के बीच रोमांच पैदा करने की भावना से TOP-10 की क्रीडा करता है तो क्या बुरा है, इसमें हम अपने-अपने पसंद के लोगों को देखकर खुश हो लेते हैं. जो ब्लोगर छूट जाते हैं उन्हें बेहद बुरा लगता है तो वे भी इस खेल को अपने स्तर पर शुरू कर सकते हैं. मैं जरूर हिस्सा लूँगा.
जवाब देंहटाएंफिलहाल मैं अपनी पसंद के कुछ और लोगों के नाम लेना चाहूँगा :
१. अविनाश चन्द्र
२. रविकर
३. दिलीप
४. सुरेश चिपलूनकर
५. अजित गुप्ता
६. कुमार राधारमण
धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंमैंने तो अपनी कैनवासिंग भी चालू कर दी है और वोट अपील भी!
अपने आपको सदी का सर्वश्रेष्ठ हिदी ब्लॉगर सम्मान के लिये नामित करें। इनाम की पक्की गारण्टी।
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