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पत्नी अपनी थी तनी,उसे मनाने यारहमने उनसे कह दिया,गलती से एक बार
गलती से एक बार,लगे है हमको प्यारा
गुस्से में दूना निखरे है रूप तुम्हारा
कह तो दिया,मगर अब घोटू कवी रोवे है
बात बात पर वो जालिम गुस्सा होवे है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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हाहाहा.. क्या बात है.. बातों ही बातों में बात बिगड़ गयी :D
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