लखनऊ का ज़िक्र आते ही 1960
में गुरुदत्त फिलम्स के बैनर तले बनी फ़िल्म चौदहवीं का चांद का एक गीत याद आ
जाता है, जो लखनऊ
की तहजीब पर रचा गया था । बोल शकील साहब के थे और आवाज़ थी रफी साहब की ।
"ये
लखनऊ की सरज़मीं
ये लखनऊ की सरज़मीं
ये रंग रूप का चमन
ये हुस्न-ओ-इश्क़ का वतन
यही तो वो मुक़ाम है
जहां अवध की शाम है.....!"
ये लखनऊ की सरज़मीं
ये रंग रूप का चमन
ये हुस्न-ओ-इश्क़ का वतन
यही तो वो मुक़ाम है
जहां अवध की शाम है.....!"
जी हुजूर ! शाम-ए-अवध वैसे भी दुनिया भर
में बहुत मशहूर है। अवध यानि लखनऊ की शाम की रंगीनियत यहां के वाशिंदों के दिलों
में तो बसी ही है, साथ ही लखनऊ की
शाम को देखने के मुंतज़िर लोगों को भी अपनी ओर बरबस खींचती रहती है । कहा गया है कि यहाँ के ज़र्रे - ज़र्रे में बसी है हाजिर-जवाबी, अदब, नजाकत , तमद्दुन ,जुस्तजू , तहजीब .....बगैरह-बगैरह । आपको यह जानकर खुशी होगी कि
27
अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन की लखनवी शाम यानि अवध की एक शाम ही नहीं पूरा
का पूरा दिन दुनिया के हिन्दी ब्लॉगरों के नाम होने जा रहा है ।
देश व विदेश के ब्लॉगर इस महीने लखनऊ मे जुटेंगे । नए मीडिया
के सामाजिक सरोकार पर बात करेंगे । इस बहस-मुहाबिसे मे पिछले कुछ दिनों से चर्चा
के केंद्र मे रहे इस नए मीडिया पर मंथन होगा। साथ ही सकारात्मक ब्लोगिंग को बढ़ावा
देने वाले 51 ब्लॉगरों को 'तस्लीम परिकल्पना सम्मान-2011' से
नवाजा जाएगा । साथ ही हिंदी ब्लोगिंग दशक के सर्वाधिक चर्चित पांच ब्लोगर और पांच ब्लॉग
के साथ-साथ दशक के चर्चित एक ब्लोगर दंपत्ति को भी परिकल्पना समूह द्वारा सम्मानित
किया जाएगा । यह सम्मान 27 अगस्त को राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह मे आयोजित अंतर्राष्ट्रीय
ब्लॉगर सम्मेलन मे दिये जाएँगे।
लखनऊ में जुटने वाले देश-विदेश के ब्लॉगरों की फेहरिस्त
वैसे तो बहुत लंबी है, लेकिन जो महत्वपूर्ण है उसमें यू ए ई से पूर्णिमा वर्मन, कनाडा से समीर लाल समीर, लंदन से शिखा वार्ष्णेय, सुधा भार्गव और बाबूशा कोहली।मध्यप्रदेश
से रवि रतलामी,मुकेश कुमार तिवारी, पल्लवी सक्सेना, अर्चना चाव जी और गिरीश बिल्लोरे मुकुल। छतीसगढ़
से गिरीश पंकज, डॉ जय प्रकाश तिवारी,
राहुल सिंह,नवीन प्रकाश और बी एस पावला । हरियाणा से रविन्द्र पुंज, दर्शन बवेजा, श्रीश शर्मा, संजीव चौहान और डा0 प्रवीण चोपडा । झारखंड से संगीता पूरी और मुकेश
कुमार सिन्हा । नयी दिल्ली से अविनाश वाचस्पति, शैलेश भारतवासी, पवन चन्दन, शाहनवाज़, नीरज जाट, रचना, प्रेम जनमेजय, रंजना (रंजू) भाटिया, कैलाश चन्द्र शर्मा, शैलेश भारतवासी, कुमार राधारमण, अजय कुमार झा, डॉ हरीश अरोड़ा, भोपाल सूद, सुनीता शानू और सुमित प्रताप सिंह । राजस्थान
से रतन सिंह शेखावत । बिहार से डॉ अरविंद श्रीवास्तव ,मनोज कुमार पाण्डेय और शहंशाह आलम । महाराष्ट्र से
रश्मि प्रभा, डॉ अनीता मन्ना,अपराजिता कल्याणी और डॉ मनीष मिश्र । गोवा से इस्मत जैदी । उत्तराखंड से शेफाली पाण्डेय, राजेश कुमारी
और सिद्धेश्वर सिंह। उत्तर प्रदेश से डॉ अरविंद मिश्र, रणधीर सिंह सुमन,निर्मल गुप्त,संतोष त्रिवेदी, कुमारेन्द्र सिंह सेंगर, शिवम मिश्रा,कुवर कुसुमेश, कृष्ण कुमार यादव,आकांक्षा यादव, अक्षिता पाखी,रविकर फैजावादी, डॉ श्याम गुप्त आदि ।
इसके अलावा जिनके आने रोशन होगा यह सम्मलेन उनमें प्रमुख हैं वरिष्ठ साहित्यकार मुद्रा राक्षस, वरिष्ठ कवि उद्भ्रांत, वरिष्ठ आलोचक विरेंद्र यादव, वरिष्ठ कथाकार शिवमूर्ती,वरिष्ठ रंगकर्मी राकेश, वरिष्ठ संपादक डॉ सुभाष राय, समीक्षक डॉ विनय दास, हरे प्रकाश उपाध्याय और डॉ श्याम सुन्दर दीक्षित आदि। इन सभी शख्सियतों के साथ -साथ बड़ी संख्या में प्राध्यापक, टेक्नोक्रेट, पत्रकार और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीयों के पहुँचने की संभावना है ।
इसके अलावा जिनके आने रोशन होगा यह सम्मलेन उनमें प्रमुख हैं वरिष्ठ साहित्यकार मुद्रा राक्षस, वरिष्ठ कवि उद्भ्रांत, वरिष्ठ आलोचक विरेंद्र यादव, वरिष्ठ कथाकार शिवमूर्ती,वरिष्ठ रंगकर्मी राकेश, वरिष्ठ संपादक डॉ सुभाष राय, समीक्षक डॉ विनय दास, हरे प्रकाश उपाध्याय और डॉ श्याम सुन्दर दीक्षित आदि। इन सभी शख्सियतों के साथ -साथ बड़ी संख्या में प्राध्यापक, टेक्नोक्रेट, पत्रकार और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीयों के पहुँचने की संभावना है ।
सकारात्मक ब्लोगिंग
को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस आयोजन को तीन सत्रों मे रखा गया है। पहले सत्र
मे 'नए मीडिया की
भाषाई चुनौतियाँ' दूसरे सत्र मे 'नए मीडिया के सामाजिक सरोकार' एवं तीसरे सत्र मे 'नया मीडिया
दशा-दिशा-दृष्टि' पर विचार रखे
जाएँगे ।
अवध की मेहमानवाजी को क़ुबूल करने क्या आप
भी आ रहे हैं ? तो अविलंब इन ई मेल आई डी पर सूचना दें : तस्लीम के महामंत्री डॉ0 जाकिर
अली ‘रजनीश’ (मो0
9935923334, ईमेलः zakirlko AT gmail DOT
com) तथा मेरे मेल (parikalpanaa AT gmail DOT com )पर या मोबाईल (9415272608) पर
।
जय हो....आभार !
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंअब हमारे बारे मैं तो आपने खुद ही लिख दिया है कि हम आ रहे है तो फिर अब क्या सूचित करें आपको कि हम आ रहे है ... ;-)
जवाब देंहटाएंवाह तो अवध की शाम ..महफ़िल जमने को है , शमां रौशन होने को है । चलिए तारीख सत्ताइस अगस्त २०१२ , ब्लॉगिंग के इतिहास में दर्ज़ होने जा रहा है । आप सबको अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं । शेष पहुंचने पर :)
जवाब देंहटाएंek shaam lucknow ke naam:) itne bade bade logo ka sannidhya achchha hi rahega... ummid karte hain:)
जवाब देंहटाएंshubhkamnyen....
अग्रिम बधाई व शुभकामाएं...
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र जी, मैंने तो सूचित कर दिया था की मैं आ रहा हूँ ...खैर फिर से मेरी सहमति दर्ज़ कर लें ।
जवाब देंहटाएंअग्रिम बधाई व शुभकामाएं...
जवाब देंहटाएंजय हो...शुभकामाएं...!
जवाब देंहटाएंहम आ रहे है ...!
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार और सम्मेलन की सफलता हेतु शुभकामनाएं एवं अग्रिम बधाई ब्लोगर मित्रों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा उत्साहित हूँ |
जवाब देंहटाएंहार्दिक आभार और सम्मेलन की सफलता हेतु शुभकामनाएं एवं अग्रिम बधाई ब्लोगर मित्रों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा उत्साहित हूँ |
जवाब देंहटाएंइस नाचीज़ की ओर से भी अग्रिम शुभकामनाये !
जवाब देंहटाएंसबसे मिलने का एक सुनहरी मौका :) शुभकामनाएं ...
जवाब देंहटाएंसम्मेलन की सफलता हेतु अग्रिम शुभकामाएं!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसभी सम्मानित ब्लॉगर्स को बहुत सारी बधाइयाँ व इस आयोजन की सफलता के लिये अनिकानेक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंमैं आऊँगा,आपको पहले भी सूचित ही कर दिया है.
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता की हार्दिक शुभकामनायें.
सुनहरी मौका
जवाब देंहटाएंब्लोगर मित्रों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा उत्साहित हूँ |
आना तो है ही अब बनारस से या सोनभद्र से यह समय बतायेगा
जवाब देंहटाएंआप सबको अग्रिम बधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाऍं।
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाऍं।
जवाब देंहटाएंइतने लोग ...चर्चा के इतने महत्वपूर्ण बिन्दु ...लख़नऊ की नज़ाकत और अवध की शाम ...वाह क्या कहने! लालच तो हो रहा है, मन भी मचल रहा है, दिल भी फड़फड़ा रहा है ...मगर :((
जवाब देंहटाएंअब देखिये न! इतने अच्छे सम्मेलन में पहुँच न पाने का दुःख तो होगा न! :((
ख़ैर... आप सबको सम्मेलन की अग्रिम शुभकामनायें। 27 को पधारने वाले सभी साहित्यकारों को नमन! सादर अभिवादन!
रिपोर्टिंग की प्रतीक्षा रहेगी।
मै भी पहुच रहा हूँ सम्मेलन में लखनऊ ,,,,,
जवाब देंहटाएंलखनऊ में जहां यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है,कृपया डिटेल में एड्रेस बताने का कष्ट करे,,,,ताकि वहाँ तक पहुचने में परेशानी न हो,,,,आभार
जवाब देंहटाएंराय उमानाथ बली प्रेक्षागृह, कैसरबाग, लखनऊ में आप सबका स्वागत है।
जवाब देंहटाएं............
महान गणितज्ञ रामानुजन!
चालू है सुपरबग और एंटिबायोटिक्स का खेल।
आप सभी को मेरी भी शुभकामनाये ..
जवाब देंहटाएंसभी को हार्दिक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसफल हों शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंnice to be with you creative people.thanx !
जवाब देंहटाएंआ रहे हैं जी, सामान बाँध रहे हैं।
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की सफलता के लिये शुभकामनायें।
karyakram ki safalta ke liye meri aur se shubhkamnaye.
जवाब देंहटाएंबधाई सहित शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंआपकी इस उत्कृष्ट प्रविष्टि की चर्चा कल मंगल वार १४/८/१२ को चर्चाकारा राजेश कुमारी द्वारा चर्चामंच पर की जायेगी आपका स्वागत है|
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन और प्रभावपूर्ण रचना....
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग
जीवन विचार पर आपका हार्दिक स्वागत है।
Very nice post.....
जवाब देंहटाएंAabhar!
Mere blog pr padhare.
***HAPPY INDEPENDENCE DAY***
आने का पूरा इरादा है!
जवाब देंहटाएं...स्वतन्त्रतादिवस की पूर्व संध्या पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
कहा जाता है कि अयोध्या के राम ने लक्ष्मण को लखनऊ भेंट किया था
जवाब देंहटाएंआज .... लखनऊ हमें हिंदी के लिए सम्मान भेंट कर रहा
जुस्तजू इसकी हमें लखनऊ के भुल्भुलैये में घुमाती रही
आज दिगज्जों के मिलन में मुझे भी आकाश मिला है
सच .... आखिर नवाबों का शहर है ये लखनऊ
जहेकिस्मत .... मैं आ पाऊँ या न आ पाऊँ
इस दिन का गवाह इतिहास होगा
आलेख में मेरा और देवदत्त प्रसून का नाम भी जोड़ दीजिए!
जवाब देंहटाएंजीजाजी के दुख:द निधन के कारण आने में असमर्थ हूं..
जवाब देंहटाएंआयोजन की सफलता के लिय हार्दिक शुभकामनाएं| सभी सम्मानित ब्लोगर्स, प्रतिभागियों और आयोजकों को बधाई|
जवाब देंहटाएं