परिकल्पना केवल एक सामुदायिक ब्लॉग नहीं, बल्कि हिन्दी के माध्यम से एक सुंदर और खुशहाल सह- अस्तित्व की परिकल्पना को मूर्तरूप देने की कोशिश है।
हम वर्ष में एकबार ब्लॉगर हर्षोल्लास का कार्यक्रम बृहद रूप से करते है। आपकी सहभागिता के साथ, आपके विचारों के साथ और आपके सान्निध्य में। दिल्ली, लखनऊ और काठमाण्डू के बाद अब परिकल्पना उन्मुख है एक और मील के पत्थर की ओर।
सदस्यों की राय भिन्न है इसबार। कुछ सदस्य मॉरीशस, कुछ भूटान, कुछ दुबई और कुछ अपने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में परिकल्पना ब्लॉग उत्सव मनाने के पक्ष में है।
एक ओर मॉरीशस जो अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर मे और मेडागास्कर के पूर्व मे स्थित एक द्वीपीय देश है, जहां की संस्कृति भारतीय संस्कृति से मेल खाती है। वहीं भूटान हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह देश चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित है। यह भारत का एक भरोसेमंद पड़ोसी है । यहाँ की संस्कृति भी भारतीय संस्कृति से मेल खाती है। जहां तक दुबई का प्रश्न है तो यह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है । यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है और पर्यटन के लिए अनुकूल भी।
और तीसरा विकल्प है भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई।
मुंबई को छोडकर अन्य जगहों के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता होगी।
आप बताएं कहाँ चलना पसंद करेंगे इसबार।
हम वर्ष में एकबार ब्लॉगर हर्षोल्लास का कार्यक्रम बृहद रूप से करते है। आपकी सहभागिता के साथ, आपके विचारों के साथ और आपके सान्निध्य में। दिल्ली, लखनऊ और काठमाण्डू के बाद अब परिकल्पना उन्मुख है एक और मील के पत्थर की ओर।
सदस्यों की राय भिन्न है इसबार। कुछ सदस्य मॉरीशस, कुछ भूटान, कुछ दुबई और कुछ अपने देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में परिकल्पना ब्लॉग उत्सव मनाने के पक्ष में है।
एक ओर मॉरीशस जो अफ्रीकी महाद्वीप के तट के दक्षिणपूर्व में लगभग 900 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर मे और मेडागास्कर के पूर्व मे स्थित एक द्वीपीय देश है, जहां की संस्कृति भारतीय संस्कृति से मेल खाती है। वहीं भूटान हिमालय पर बसा दक्षिण एशिया का एक छोटा और महत्वपूर्ण देश है। यह देश चीन (तिब्बत) और भारत के बीच स्थित है। यह भारत का एक भरोसेमंद पड़ोसी है । यहाँ की संस्कृति भी भारतीय संस्कृति से मेल खाती है। जहां तक दुबई का प्रश्न है तो यह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की सात अमीरातों में से एक है । यह फारस की खाड़ी के दक्षिण में अरब प्रायद्वीप पर स्थित है और पर्यटन के लिए अनुकूल भी।
और तीसरा विकल्प है भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई।
मुंबई को छोडकर अन्य जगहों के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता होगी।
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जहाँ भी परिकल्पना ब्लॉग उत्सव आयोजन निश्चित हों' हमारी ओर से उत्सव के सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंपरिकल्पना के ब्लॉग उत्सव के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ , हम तो यही चाहेंगे कि यह उत्सव इस बार आर्थिक राजधानी मुंबई में हो , बेहद यादगार अनुभव होगा . इस बार भारत की आर्थिक राजधानी में साहित्य के पलों को यादगार बनाया जाये . .
जवाब देंहटाएंमेरा शहर अल्मोड़ा आइये ना:) बुरा नहीं है ।
जवाब देंहटाएंभूटान में भारतीयों के लिए पासपोर्ट की जरुरत नहीं है, सिर्फ़ बार्डर पर परमिट बनवाने से काम चल जाता है। बाकी सुशील कुमार जोशी जी प्रस्ताव पर भी विचार किया जा सकता है।
जवाब देंहटाएंmumbai !!
जवाब देंहटाएंमौरिशस घुमाइये , हम भी चल पड़ेंगे !
जवाब देंहटाएंउत्सव का स्थान कोई भी नियत हो.... उत्सव की सफलता के लिये अग्रिम असीम शुभकामनाएँ
जवाब देंहटाएंसादर
मेरी पहले वाली टिप्पणी भी नहीं दिखाई दे रही यहाँ.....
जवाब देंहटाएंहम मुंबई के लिए वोट करते हैं
मुंबई :)
जवाब देंहटाएंमॉरिशस, भूटान, मुम्बई या अल्मोडा
जवाब देंहटाएंआयोजन कहीं भी हो, वहीं आ जाऊंगा, आप सब के दर्शनार्थ हेतू
जिनके ब्लॉग पढता हूं, उनमें कईयों से एक साथ मिलने का यही रास्ता है मेरे पास
शुभकामनायें स्वीकार करें
नमस्कार,
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें.. जहाँ तक हमारा मानना है कि इस बार ये उत्सव देश में ही हो.. पिछली बार नेपाल (विदेशी धरती पर) में हुआ, इस बार देशवासियों (बिना पासपोर्ट वाले) को मौका मिले..
हाँ, अगली बार विदेशी धरती चयनित की जा सकती है...