
निर्वाचन के घाट पे , भई नेतन की भीड़ ! जनता बन गयी द्रौपदी , खींच रहे हैं चीर !! गदहा गाये भैरवी , तनिक न लागै लाज ! शाकाहारी बन गए , गिद्ध ...
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निर्वाचन के घाट पे , भई नेतन की भीड़ ! जनता बन गयी द्रौपदी , खींच रहे हैं चीर !! गदहा गाये भैरवी , तनिक न लागै लाज ! शाकाहारी बन गए , गिद्ध ...
चुनावी महापर्व की वयार धीरे-धीरे परवान चढ़ रही है , कहीं खोखले आदर्श का प्रदर्शन हो रहा है तो कहीं खुलेआम नैतिकता की होली जलाई जा रही है । ...
व्यस्तताओं के कारण कई दिनों के बाद आज लौटा हूँ परिकल्पना पर । इस बार मैंने फागुन पर कुछ भी नही लिखा ...न कोई कविता ...न कोई गीत .....
कल लाहौर हमले का नया विडियो विभिन्न समाचार चैनलों पर जियो टी वी के सौजन्य से दिखाया गया जो हमले के ११ मिनट के बाद का है । सी सी टी वी कैमरे...
कहा जाता है , कि आज का युग संचार क्रान्ति का युग है । फ़ोन अब एस्टेट्स सिंबल न होकर आवश्यकता की श्रेणी में आ चुका है । अब तो फोन के बिना जिं...
रसूल,गुलज़ार , रहमान , तुम्हारी जय हो । मुट्ठियों में आया आसमान , तुम्हारी जय हो ।। पहली वार हमारे गाँव आया कोई ऑस्कर , किया है पिंकी ...
फ़िर एक बार लोक सभा चुनाव के बहाने सरगर्मी तेज हो गयी है , हर दल अपने-अपने ढंग से चुनावी जोड़-तोड़ में व्यस्त है । पिछले दिनों लखनऊ से समाजवाद...
दर्द में सिसकियाँ , ठीक है - ठीक है याद में हिचकियाँ , ठीक है- ठीक है पर विवशता नही हो कभी प्यार में - प्यार में दूरियां , ठीक है-ठीक है ! ...
अनुभवों का फ़िर नही कोई बहाना चाहिए , सोच जिसमें है नई वह आजमाना चाहिए । थक गए हैं जो सफर में दीजिये आराम उनको- एक इंजन जोश से लबरेज आना चाहि...
(शहीद दिवस पर विशेष ) जहाँ पे खुशनुमा गुल से सजा हो गुलिस्तां यारों समझ लेना वही है गांधी का हिन्दुस्तां यारों । हमेशा अम्न के ही वास्ते...