आज से हम उल्लेख कर रहे हैं ब्लॉग विश्लेषण के अंतर्गत ५० पसंदीदा ब्लॉग का...किंतु शीर्ष क्रम में प्रस्तुत करना मेरे लिए काफी दुरूह भरा कार्य था , इसलिए मैंने अपने ५० पसंदीदा चिट्ठों को कई श्रेणियों में विभक्त किया है और उन्ही श्रेणियों के अंतर्गत क्रमवार प्रस्तुत करने की कोशिश की है । ये श्रेणियां इसप्रकार है -
() वर्ष -२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के नवरत्न
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर वर्ष के शीर्ष नौ चिट्ठाकार ।
() वर्ष-२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग की नौ देवियाँ
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर वर्ष के शीर्ष नौ महिला चिट्ठाकार ।
() वर्ष -२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के सात आश्चर्य
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर वर्ष के सर्वाधिक पसंदीदा सात चिट्ठे ।
() वर्ष- २००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के सप्तर्षि
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर सात आदर्श चिट्ठाकार ।
() वर्ष- २००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के त्रिमूर्ति
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर वर्ष के तीन सर्वाधिक प्रखर चिट्ठाकार ।
() वर्ष-२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के दसावतार
यानि परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर मुद्दों पर आधारित १० शीर्ष चिट्ठे ।
() वर्ष-२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के पंचनद
यानी परिकल्पना के विश्लेषण के आधार पर वर्ष के पाँच श्रेष्ठ कम्युनिटी ब्लॉग ।
आईये चर्चा की शुरुआत करते हैं वर्ष-२००९ में हिन्दी ब्लोगिंग के नौ रत्न से । वर्ष के नौ पसंदीदा शीर्ष चिट्ठाकारों के चयन में काफ़ी समय और श्रम लगा । अंतत: दो चिट्ठों की कई समानताएं वर्ष के सर्वाधिक सक्रिय चिट्ठाकारों के चुनाव में अवरोध पैदा करती रही । मसलन वर्ष के प्रथम छमाही में मानसिक हलचल का आगे होना और द्वितीय छमाही में उड़न तश्तरी का ।
सर्वाधिक पसंदीदा पोस्ट के आकलन में उड़न तश्तरी और मानसिक हलचल लगभग -लगभग काफ़ी समानताएं दिखी । मसलन- मानसिक हलचल के सर्वाधिक पसंदीदा पोस्ट रहे -
प्लास्टिक डिस्पोजल /हाँकोगे तो हाँफोगे /कितना बोझ उठाये हैं हम सब! /गौरी विसर्जन और पर्यावरण /आदर्श और विचारधारा का द्वन्द्व/लीगल-एथिक्स (Legal Ethics) हीनता /चाय की दुकान पर ब्लॉग-विमर्श /अगले जनम मोहे कीजौ दरोगा /एक आत्मा के स्तर पर आरोहण /ओल्डीज के लिये ब्लॉगिंग स्पेस /अपनी तीव्र भावनायें कैसे व्यक्त करें? आदि ।
इसीप्रकार उड़न तश्तरी के सर्वाधिक पसंदीदा पोस्ट रहे -काश!! आशा पर आकाश के बदले देश टिका होता!!/कायलियत के कायल- कैसे कैसे घायल?!! /पीढ़ी दर पीढ़ी का सिलसिला /शादी की सालगिरह और तुम.../यादों की डोर- ले चली किस ओर!!! /आप जलूल आना.....चोनू!! /क्या बूझूँ, क्या याद करुँ? : पहेलियों का माया जाल!! /बेचारा सुअर.... /बिल्लु की जगह बिल्ली भी चलता.. /मस्त रहें सब मस्ती में... /पीले पन्नों पर दर्ज हरे हर्फ : एक बुजुर्ग की डायरी आदि ।
तमाम समानताओं के बावजूद जहाँ उड़न तश्तरी का पलड़ा भारी दिखा वह था मानसिक हलचल के मुकाबले उड़न तश्तरी पर ज्यादा टिपण्णी आना और मानसिक हलचल के मुकावले उड़न तश्तरी के द्वारा सर्वाधिक चिट्ठों पर टिपण्णी देना । इसप्रकार सक्रियता में अग्रणी रहे श्री समीर लाल जी और सकारात्मक सोच के साथ हिन्दी चिट्ठाकारी में अपनी उद्देश्यपूर्ण भागीदारी में अग्रणी दिखे श्री ज्ञान दत्त पांडे जी । रचनात्मक आन्दोलन के पुरोधा रहे श्री रवि रतलामी जी , जबकि सकारात्मक लेखन के साथ-साथ हिन्दी के प्रस्दर-प्रचार में अग्रणी दिखे श्री शास्त्री जे सी फिलिप जी । विधि सलाह में अग्रणी रहे श्री दिनेश राय द्विवेदी जी और तकनीकी सलाह में अग्रणी रहे श्री उन्मुक्त जी । वहीं श्रद्धेय अनूप शुक्ल समकालीन चर्चा में अग्रणी दिखे और श्री दीपक भारतदीप गंभीर चिंतन में । इसीप्रकार श्री राकेश खंडेलवाल जी कविता-गीत-ग़ज़ल में अग्रणी दिखे ।
समस्त विश्लेषण के बाद नौरत्नों की जो स्थिति बनी वह इसप्रकार है -
() श्री समीर लाल () श्री ज्ञान दत्त पांडे () श्री रवि रतलामी () श्री शास्त्री जे सी फिलिप () श्री अनूप शुक्ल () श्री उन्मुक्त () श्री दीपक भारतदीप () श्री दिनेश राय द्विवेदी और () श्री राकेश खंडेलवाल ।
चर्चा अभी जारी है मिलते हैं एक छोटे से विराम के बाद .../
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» वर्ष-2009 : हिन्दी ब्लॉग विश्लेषण श्रृंखला (क्रम-14)
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badhiya charcha sameeksha abhaar
जवाब देंहटाएंहिंदी ब्लोगिंग के नौरत्नों को मेरी बधाईयाँ !
जवाब देंहटाएंबढ़िया श्रंखला |
जवाब देंहटाएंबढिया आंकलन, नौ रत्नों को बधाई, आपको आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सही मूल्यांकन। बधाई।
जवाब देंहटाएंनौरत्नों में अपना नाम देख प्रसन्नता हुई. बढ़िया विश्लेषण जारी रखिये. बहुत मेहनत की है आपने.
जवाब देंहटाएंमुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं भी आज की सूची में सम्मिलित हूँ। प्रसन्नता तो है। लेकिन विधि के क्षेत्र में हिन्दी में बहुत काम करने की आवश्यकता है।
जवाब देंहटाएंहम तो इन नवरत्नों को हमेशा ही पढ़ते रहे हैं. इन सभी को बधाई और आपको धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक और सार्थक चर्चा कर रहे हैं आप !...इसके लिए आपकी जीतनी भी प्रशंसा की जाये कम होगी ....नौ रत्नों को कोटिश: बधाईयाँ और आपको आभार !
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लॉग जगत के नवरत्नों को बधाई ..
जवाब देंहटाएंबहुत सही आकलन रहा आपका ...सचमुच ये हिंदी ब्लोगिंग के नौ रत्न हैं ..... बधाईयाँ !
जवाब देंहटाएंबढ़िया रहा यह आंकलन बधाई नवरत्नों को
जवाब देंहटाएंनवरत्नों को अनेकोअनेक बधाई !!
जवाब देंहटाएंऔर आप भी बधाई के पात्र हैं......
इतना अच्छा विश्लेषण हमारे समक्ष प्रस्तुत करने के लिए...
आपकी मेहनत को सलाम करने को जी चाहता है।
जवाब देंहटाएं------------------
सांसद/विधायक की बात की तनख्वाह लेते हैं?
अंधविश्वास से जूझे बिना नारीवाद कैसे सफल होगा ?
समीरलाल की सक्रियता से कोई भी ईर्ष्या कर सकता है!
जवाब देंहटाएंसभी नवरत्नों को बहुत बहुत बधाई,
जवाब देंहटाएंवैसे इर्ष्यालू प्रवित्ती ठीक बात नही
नवरत्नों को बधाई
जवाब देंहटाएंऔर
दसवें रत्न आप हैं
रवीन्द्र प्रभात भाई।
जो नौ रत्न खोज
लाए हैं
हमें सभी और
आप भी बेहद
पसंद आए हैं।
नौ रत्नो को बधाई ........ आपकी गहरी स्टडी को प्रणाम .........
जवाब देंहटाएंनौ रत्नो को बधाई ...nice
जवाब देंहटाएंऐसी चर्चा कम ही देखने को मिलती है-ब्लॉग पर ही नहीं, कहीं भी । सूक्ष्म दृष्टि और गहन अवलोकन के बाद प्रस्तुति । आभार ।
जवाब देंहटाएंसही मूल्यांकन!
जवाब देंहटाएंसार्थक श्रम के लिए शुभकामकामनाएँ व बधाई !
नवरत्नों को बधाई!
जवाब देंहटाएंआपके सार्थक श्रम का अभिनंदन
जवाब देंहटाएंमुझे जिज्ञासा है कि इकलौते लेखक द्वारा संचालित, किसी विषय विशेष वाले ब्लॉग की अधिकतम पोस्ट्स वाला ब्लॉग कौन सा है?
बी एस पाबला
पाबला जी ,
जवाब देंहटाएंमैं दावे के साथ नहीं कह सकता , किन्तु
मेरे हिसाब से पुराने चिट्ठों में वर्ष-२००९ में
सबसे ज्यादा पोस्ट वाला ब्लॉग है -ताऊ - डौट- इन (289)
और नए ब्लॉग में - मौन के खली घर में .... (185)
नौ रत्नों में मुझे भी रखने के लिये शुक्रिया।
जवाब देंहटाएंआपकी मेहनत का जवाब नहीं।