सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि कोई भी अलंकरण श्रेष्ठता की कसौटी नहीं है , वरन श्रेष्ठता का सम्मान है ।
लोकसंघर्ष परिकल्पना सम्मान-२०१० देने के पीछे यह उद्देश्य कतई नहीं है कि हम दूसरे की श्रेष्ठता को चुनौती दें रहे हैं अथवा कम करके आंक रहे हैं ।
जिन्हें सम्मान दिया गया है अथवा दिया जा रहा है , संभव है उनसे भी ज्यादा योग्यता और प्रतिभा वाले चिट्ठाकार छूट गए हों । मेरी प्रतिबद्धता थी कि हम उन्हीं चिट्ठाकारों को सम्मान सूची में शामिल करें जो ब्लोगोत्सव-२०१० में शामिल हुए । ऐसे में कई महत्वपूर्ण चिट्ठाकार इस सम्मान से वंचित हुए , जिन्हें हम अगले वर्ष पुन: आयोजित ब्लोगोत्सव में ससम्मान शामिल करने का प्रयास करेंगे ।
१५ अगस्त से २४ अगस्त तक परिकल्पना पर विशेष परिचर्चा : आपके लिए आज़ादी के क्या मायने है ? आयोजित होगी जिसमें हिंदी के लगभग ३० चिट्ठाकार और कुछ नामचीन हस्तियाँ शामिल होंगे ।
उससे पहले यानी १५ अगस्त के पूर्व हम इस सम्मान की आखिरी कड़ी के रूप में तीन महत्वपूर्ण सम्मान की उद्घोषणा करने जा रहे हैं , जिसका विवरण निम्नवत है-
- १३ अगस्त को सायं ३ बजे : वर्ष के श्रेष्ठ ब्लॉग शुभचिंतक का सम्मान
- १४ अगस्त को सुबह ११ बजे : वर्ष की श्रेष्ठ महिला ब्लोगर का सम्मान
और हाँ भोपाल,मुम्बई, लोनावाला,खंडाला, नासिक, पुणे के चिट्ठाकारों हेतु एक सूचना और देना चाहूंगा , कि मैं आ रहा हूँ आपके शहर में , विवरण निम्न है-
- १५ अगस्त : भोपाल ( यहाँ किसी से मिलना संभव नहीं हो पायेगा )
- १६ अगस्त : मुम्बई
- १७ अगस्त से १९ अगस्त : लोनावाला
- २० अगस्त से २२ अगस्त : मनमाड,नासिक, खंडाला
- २३ अगस्त से २५ अगस्त : एमबी वैली सिटी
- २६ अगस्त : पुणे
- २६ अगस्त की सायं से २७ अगस्त के अपराह्न तक : मुम्बई
- २७ अगस्त की सायं : लखनऊ (साईंस ब्लोगर एसोसिएसन की कार्यशाला के उदघाटन सत्र में उपस्थिति )
इस अवधि में मैं पूरी तरह ऑफलाईन रहूँगा, केवल मुझसे मोबाईल न० ९४१५२७२६०८ पर ही संपर्क किया जा सकता है ।
स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ-
शुभेच्छु-
रवीन्द्र प्रभात
रवीन्द्र जी साहित्य के प्रति आपकी प्रतिबद्धता पर किसी को सन्देह नही है आप जो कार्य कर रहे हैं वो साहित्य के इतिहास मे हमेशा याद किया जायेगा। सारा ब्लागजगत आपक ऋणी है। बहुत बहुत शुभकामनायें और बधाई इस सफल आयोजन के लिये।
जवाब देंहटाएंइंतजार रहेगा .. बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंआपका यह प्रयास निसंदेह सराहनीय है.
जवाब देंहटाएंबाकी लिस्ट तो देखि .आप लन्दन कब आ रहे हैं ? :)
आपने गुरुतर कार्य को नि:संदेह बड़ी जिम्मेदारी से निभाया है। इसके लिए आपको ढेरों शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंरविन्द्र जी
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
आप का ये सार्थक प्रयास अतुलनीय है और रहेगा भी साहित्य में और वो भी इतने विशाल अंतर जाल पे , आप को बहुत बहुत आभार हरारी और से हमारी साहित्यक ब्लॉग '' आखर कलश '' के और से हार्दिक बधाई ,आभार ! साधुवाद !
सादर
nice
जवाब देंहटाएंइन्तजार करते हैं.
जवाब देंहटाएंशिखा जी,
जवाब देंहटाएंअगले वर्ष संभव है लन्दन आना हो, मगर फिलहाल तय नहीं है ...आप सभी का बहुत-बहुत आभार कि आप सभी ने पूरी आत्मीयता के साथ हमारे हर कार्य में अपनी सार्थक भागीदारी दी .....
आपका यह प्रयास नि:संदेह प्रशंसनीय है
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र जी साहित्य के प्रति आपकी प्रतिबद्धता पर किसी को सन्देह नही है आप जो कार्य कर रहे हैं वो साहित्य के इतिहास मे हमेशा याद किया जायेगा।
जवाब देंहटाएंइंतजार रहेगा .. बहुत बधाई और शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंAap ne ek achchha aur rachanatmak kaam kiya. aajkal sakaaraatmak prayas bhee sawalon men daal diye jate hain. kuchh logon ko ruchate nahee. ismen chinta kee koi baat naheen hai. aap yatra par jaa rahe hain, vah shubh ho. lautane par mulakat hogee. astu.
जवाब देंहटाएंAap ne ek achchha aur rachanatmak kaam kiya. aajkal sakaaraatmak prayas bhee sawalon men daal diye jate hain. kuchh logon ko ruchate nahee. ismen chinta kee koi baat naheen hai. aap yatra par jaa rahe hain, vah shubh ho. lautane par mulakat hogee. astu.
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