अमनो-अमां और आपसी भाईचारे का त्यौहार "ईद" एक ओर जहां बफादारी के साथ इताअत यानी अल्लाह के बताये मार्ग पर चलने का सन्देश देता है वहीं दूसरी ओर ताजीम यानी मालिक द्वारा बनाए गए इज्जत, अदब, पेश करने के तरीकों पर अमल करने तथा सबकी सलामती के लिए दुआ करने की सीख देता है । आज ईद का त्यौहार है , ईद के इस पुरमसर्रत मौके ईद मुबारक के साथ प्रस्तुत है श्री लाजपत राय बिकट की एक नज़्म-

!! कर लो कुबूल मेरा भी सलाम ईद का !!


कर लो कुबूल मेरा भी सलाम ईद का
दो मादरे-वतन को तुम पयाम ईद का ।


इस ईद के मिलन पे मुझको यहाँ बुलाया
अपना समझ के आपने मुझको गले लगाया
पाकर ये भाईचारा मुझको लगा यूँ जैसे-
आँधियों में आपने दीपक हो एक जलाया

टूटे को जोड़ना है हसीं काम ईद का
दो मादरे-वतन को तुम पयाम ईद का ।

हुजुर सल्लाहू अले ही वसल्लम
कहते हैं बांटो खुशियाँ औरों का लेके गम
रमजान का महीना ये याद दिलाता है-
इस्लामे-हर सिपाही का ईमान और करम

अश्क लेके ख़ुशी देना हसीं काम ईद का
दो मादरे-वतन को तुम पयाम ईद का ।

मत भूलना हजरत उमर फारुख के उसूल
याद करके साहबा उस्मान के रसूल
हजरत मोहम्मद मुस्तफा करते थे जिसतरह-
एक बार माफ़ करके देखो हर किसी कि भूल

शिकवे-गिले भुलाना सब के काम ईद का
दो मादरे-वतन को तुम पयाम ईद का ।

जरूरत है आज मुल्क को भी ऐसे प्यार की
उजड़े चमन को आज जरूरत बहार की
औरों की गलतियों को देखने से पेशतर
खुद में भी जरूरत है पहले खुद प्यार की

सरजमीं को होगा यह ईनाम ईद का
दो मादरे-वतन को तुम पयाम ईद का ।

() लाजपत राय बिकट
मटकुरिया, कतरास रोड , धनवाद

5 comments:

  1. गणेशचतुर्थी और ईद की मंगलमय कामनाये !

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  2. ईद पर एक अच्छी कविता परोसने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद !

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  3. सुन्दर रचना पढवाने के लिये धन्यवाद। गणेशचतुर्थी और ईद की मंगलमय कामनाये !

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  4. गणेश चतुर्थी और ईद की बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ.

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