
कहा गया है कि उत्सव पारस्परिक प्रेम का प्रस्तुतिकरण है । इसीलिए हमारे इस सामूहिक उत्सव का मुख्या उद्देश्य है - " प्यार बाँटते चलो ...पञ्च लाईन है - अनेक ब्लॉग नेक हृदय .....आईए हिंदी को एक नया आयाम दिलाएं , हम सब मिलकर ब्लॉग उत्सव मनाएं ...... ।"
इस उत्सव के परिप्रेक्ष्य में अबतक लगभग १०० चिट्ठाकारों की सहभागिता सुनिश्चित हो चुकी है , किन्तु हमारी कोशिश है ज्यादा....और ज्यादा .... ।
इसलिए जो चिट्ठाकार अभीतक इस उत्सव में शामिल नहीं हो सके हैं , वे अविलंब अपनी रचनाएँ संक्षिप्त परिचय और फोटो के साथ ravindra.prabhat @gmail.com पर प्रेषित कर दें ।
उत्सव का मुख्य आकर्षण-
दुष्यंत के बाद सर्वाधिक चर्चित गज़लकार श्री अदम गोंडवी उपस्थित हो रहे हैं अपनी दो ताज़ा-तरीन गज़लें लेकर ,उ० प्र० प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव श्री शकील सिद्दीकी साहब बताएँगे कि कैसे हिंदी ब्लोगिंग ने एक उत्तेजक वातावरण का निर्माण किया है ?,श्री समीर लाल जी बताने जा रहे हैं उड़न तश्तरी की कामयाबी का राज, हिंदी चिट्ठाकारिता में अपने अनुभवों से रूबरू कराने जा रहे हैं श्री ज्ञानदत्त पाण्डेय , हिंदी ब्लोगिंग के कई अनछुए पहलूओं को उजागर करेंगे श्री रवि रतलामी, हिंदी ब्लोगिंग की समृद्धि को आयामित करने के उपायों पर चर्चा करेंगे श्री शास्त्री जे० सी० फिलिप , अविनाश वाचस्पति, जी०के०अवधिया, गिरीश पंकज आदि, हिंदी चिट्ठाकारी कि विकास यात्रा पर प्रकाश डालेंगे श्री अरविन्द श्रीवास्तव ....और भी बहुत कुछ ।
वाणी वन्दना और गणपति वन्दना को स्वर देकर उत्सव का श्री गणेश करने जा रही हैं सुश्री स्वप्न मंजूषा 'अदा' जी और सुश्री पारुल जी । वाणी वन्दना और उत्सव गीत लिखे हैं आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' जी ने । इस अवसर पर श्री मति निर्मला कपिला जी की प्यारी ग़ज़ल को स्वर देंगे श्री सुनील सिंह डोगरा ।इस अवसर पर प्रेम के प्रतीक श्री इमरोज से प्रेम परक बातचीत करेंगी रश्मि प्रभा जी , अपनी कविताओं को स्वयं स्वर देंगे श्री पंकज सुबीर , रश्मि प्रभा , अनुराग शर्मा, स्वप्न मंजूषा'अदा' आदि रचनाकार । रंजना (रंजू) भाटिया सुनाएंगी उत्तराखंड की यात्रा का वृत्तांत .इसके अलावा ढेरों कविताएँ, गीत,ग़ज़ल, कहानियां , संस्मरण आदि पढ़ने और सुनने को मिलेंगे ।
यद्यपि यह आयोजन बड़ा था और हमें पग-पग पर कुछ लोगों का साथ चाहिए था , चाहें इस आयोजन हेतु कुछ प्रमुख सलाहकारों का चयन किया गया है जिसका उल्लेख ऊपर वर्णित है । आप इस उत्सव की वस्तृत जानकारी मेरे मोबाईल न० ९४१५२७२६०८ पर संपर्क स्थापित कर प्राप्त कर सकते हैं या फिर उत्सव के सलाहकारों क्रमश: श्री मुहम्मद शुएब,श्री रणधीर सिंह सुमन,श्री अविनाश वाचस्पति,श्री जाकिर अली रजनीश,श्री सर्बत एम० जमाल,सलीम खान और विनय प्रजापति के मोबाईल न०-९४१५०१२६६६/९४५०१९५४२७/९८६८१६६५८६/९९३५९२३३३४/९६९६३१८२२९/९८३८६५९३८०/९७९४२८७९७
पर संपर्क स्थापित कर आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।
हमें सबका साथ चाहिए , आपका भी और आपसे जुड़े हुए समस्त चिट्ठाकारों का भी .... । कार्यक्रम स्थल का चुनाव हो गया है , टेंट-शामियाने लगने लगे हैं , स्टॉल सजने लगे हैं , पूरी तैयारियां चरम पर है, आईये चलें कार्यक्रम स्थल पर और मुआयना करें कि प्रगति कैसी है ?
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परिकल्पना ब्लॉग उत्सव के लिए मेरी ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंपरिकल्पना ब्लॉग उत्सव के लिए मेरी ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत बधाई ! हिन्दी ब्लॉगोत्सव को हमारी शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंकम्प्यूटर और इन्टरनेट पर हिन्दी का अधिकाधिक उपयोग हो, इसके लिये कम्प्यूटर पर हिन्दी लिखनपढ़ने की जानकारी अधिकाधिक लोगों तक पहुँचाना भी इस उत्सव के लक्ष्यों में होना चाहिये। मुझे लगता है कि करोंड़ों 'पढ़े-लिखे' लोग अब भी इससे अनजान हैं या इसमें कठिनाई महसूस करते हैं। जब अन्तरजाल पर अधिकाधिक लोग हिन्दी में विचार-विनिमय करेंगे तो उसी अनुपात में हिन्दी चिट्ठाकारी में गुणवत्ता भी आयेगी।
अग्रिम शुभकामनायें । विषयों पर सहमति बने ।
जवाब देंहटाएंइससे हिन्दी चिट्ठाकारी में गुणवत्ता भी आयेगी....अग्रिम शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंहर ब्लोगर के सोचने -कहने-लिखने का अपना एक अलग अंदाज़ है , एक अलग ढंग है प्रस्तुत करने का,किन्तु एक सद्भाव ही है जो सभी को एक साथ जोड़ता है ....नि:संदेह इस उत्सव की जड़ों में सहिष्णुता की भारतीय मर्यादा है जो हमें सद्भावना की शिक्षा देती है , सफलता की अग्रिम बधाईयाँ !
जवाब देंहटाएंउत्साह बढ़ता जा रहा है, एक कल्पना का मूर्त रूप समक्ष है और विविधताओं का इन्द्रधनुष आकाश पर
जवाब देंहटाएंदिखाई दे रहा है
परिकल्पना ब्लॉग उत्सव के लिए कामना है कि सफलता के सबसे ऊंचे सोपान को छूए...
जवाब देंहटाएंरवीन्द्र प्रभात जी की अथक मेहनत को सैल्यूट...
मैंने तो उत्सव के दर्शकों की सबसे अगली पंक्ति में स्थान बुक कर लिया है...
जय हिंद...
कार्यक्रम के लिये बधाई, आपके ईमेल पर रचनाऍं कैसी भेजनी है, यह स्पष्ट नही हो पाया है।
जवाब देंहटाएंआदाब रवीन्द्र जी ,
जवाब देंहटाएंजब कभी इस ओर आता हूँ कुछ न कुछ नया ही मिलता है इसलिए
इस प्रभातमई ब्लॉग के तरफ आकर्षित हो जाता हूँ ! एक बारगी फिर से
नई बात लेकर आये हैं आप ... अछि बात है सुखद अनुभूति है ....
इंतज़ार करूँगा इसका ... एक अछि टीम बनाई है आपने ....
बहुत बहुत बधाई
आपका
अर्श
बहुत शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंकार्यक्रम की जानकारी देने का आभार .. सफलता के लिए शुभकामनाएं !!
जवाब देंहटाएंएकदम अनूठी पहल है. आपकी लगन के लिए मंगलकामनाएं!
जवाब देंहटाएंआपका समर्पण मुग्ध कर देता है रविन्द्र जी। मेरे गुरूदेव भी हैं इस ब्लौगोत्सव में...वाह, मजा आ गया।
जवाब देंहटाएंअविनाश वाचस्तपति और रविंद्र प्रभात जी का योगदान हमेशा ही मुल्यवान रहेगा।
जवाब देंहटाएंआप का यह आयोजन बहुत ही महत्वपूर्ण एवं समय की मांग को पूरा करने वाला है
जवाब देंहटाएंइस तरह के आयोजन सिद्ध करते हैं की अब हिंदी वाला होना पिचाडेपन का चिन्ह नहीं है
आपको बधाई एवं शुभकामनायें
प्रेम जनमेजय
बहुत बहुत बधाई ! अनन्त शुभकामनाएं ।
जवाब देंहटाएंइस ब्लोगोत्सव को अनेकों शुभकामनाएं....सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करे यह आयोजन
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंअगर बुकिंग ना हुई हो तो मेला के सामने चाय पानी चुरमुरा का स्टाल लगाने की अनुमति दें
मेला संचालक समूह को सुबह शाम शुद्ध दूध की चाय पिलायी जायेगी
रविन्द्र प्रभात जी,आप और आप के साथियों का यह उत्सव सफल हो .ब्लाग के संसार में हिंदी की यह अबाध गति निरंतरता को प्राप्त हो.आप को पूर्ण सहयोग मिलता रहेगा अभी भी स्थिति बहुत स्पष्ट नहीं है विस्तार से बताने का कष्ट करें .अच्छे कार्य के लिए आप और आप के सभी सहयोगियों को हार्दिक बधाई.09818032913
जवाब देंहटाएंरविन्दर जी शायद ही इस उत्सव की कभी किसी ने कल्पना की होगी मगर हिन्दी साहित्य के उत्थान हेतु आपका ये कार्य वन्दनीय सराहनीय है शायद जब कभी भी ब्लाग जगत का इतिहास लिखा जाया करेगा या कहीं भी इसका उल्लेख होगा तो इस उत्सव का और परिकल्पना पर बलाग विश्श्लेशण का जरूर उल्लेख होगा। मेरा सुझाव है कि इस उत्सव के बाद कहीं एक ब्लागर्ज़ की बडी मीट भी करवाई जाये तो बहुत अच्छा होगा। सभी आयोजकों को इस प्र्यास के लिये बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर ......
जवाब देंहटाएंस्वागत है ..
थोड़ा प्रोग्राम का खुलासा करिये न
जवाब देंहटाएंइस सुन्दर आयोजन के लिए हमारी तरफ से ढेर सारी बधाई...हम बच्चे इसमें अपनी ड्राइंग या कुछ भेज सकते हैं की नहीं...
जवाब देंहटाएंआपके ई-मेल raviindra.prabhat @gmail.com में ii या i....सही कर लें.
जवाब देंहटाएंप्रोग्राम का खुलासा-
जवाब देंहटाएंhttp://www.parikalpnaa.com/2010/03/2010_25.html
http://www.parikalpnaa.com/2010/03/blog-post_28.html
http://www.parikalpnaa.com/2010/04/blog-post.htmlपर क्लिक करके इस उत्सव की जानकारी प्राप्त की जा सकती है, संक्षिप्त में जानकारी इस प्रकार है-
इस उत्सव का नारा होगा- " अनेक ब्लॉग एक हृदय "
इस उत्सव में हम प्रस्तुत करेंगे कुछ कालजयी रचनाएँ , विगत दो वर्षों में प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण ब्लॉग पोस्ट , ब्लॉग लेखन से जुड़े अनुभवों पर वरिष्ठ चिट्ठाकारों की टिप्पणियाँ ,साक्षात्कार , मंतव्य आदि ।
विगत वर्ष-२००९ में ब्लॉग पर प्रकाशित कुछ महत्वपूर्ण कवितायें, गज़लें , गीत, लघुकथाएं , व्यंग्य , रिपोर्ताज, कार्टून आदि का चयन करते हुए उन्हें प्रमुखता के साथ हम ब्लॉग उत्सव के दौरान प्रकाशित करेंगे ।
कुछ महत्वपूर्ण चिट्ठाकारों की रचनाओं को स्वर देने वाले पुरुष या महिला ब्लोगर के द्वारा प्रेषित ऑडियो/वीडियो भी प्रसारित करेंगे ।
उत्सव के दौरान प्रकाशित हर विधा से एक-एक ब्लोगर का चयन कर , गायन प्रस्तुत करने वाले एक गायक अथवा गायिका का चयन कर तथा उत्सव के दौरान सकारात्मक सुझाव /टिपण्णी देने वाले श्रेष्ठ टिप्पणीकार का चयन कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा ।
साथ ही हिन्दी की सेवा करने वाले कुछ वरिष्ठ चिट्ठाकारों को विशेष रूप से सम्मानित किये जाने की योजना है ।
यह उत्सव एक या दो महीने तक परिकल्पना पर चलेगा ।
अक्षिता जी,
क्षमा कीजिएगा बच्चों के लिए तो मैने सोचा ही नही जबकि बिना बच्चों के कोई भी अनुष्ठान पूरा ही नही होता , इसलिए आप और आपसे जुड़े हुए समस्त बच्चों को इसमें शामिल होने हेतु मेरा विनम्र निवेदन है .
सर्वप्रथम तो आयोजन के लिए शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंआपने उपर तो लिखा है पंच लाईन
अनेक ब्लॉग नेक हृदय
और उपर अपनी टिप्पणी में नारे की सूचना अलग से दी है
अनेक ब्लॉग एक हृदय
तो इसका अर्थ हुआ कि एक पंच लाईन और एक नारा - यह दो अलग अलग, बात समझ नहीं आई।
पहले श्री रविन्द्र प्रभात जी का ई मेल आई डी गलत प्रकाशित था, अब सही प्रकाशित है। सभी नोट कर लीजिए।
बहुत बहुत शुभकामनाएं बहुत अच्छा लग रहा है यह प्रयास शुक्रिया
जवाब देंहटाएंश्री पवन चंदन जी,
जवाब देंहटाएंपहले तो अनेक ब्लॉग एक हृदय ही सोचा गया था, किंतु बाद में श्री अविनाश वाचास्पति जी के सुझाव पर इसे अनेक ब्लॉग नेक हृदय किया गया है .....इसलिए "अनेक ब्लॉग नेक हृदय" ही इस उत्सव के पंच लाइन है . ई मेल सुधार दिया गया है . इससे होने वाली असुविधा के लिए हमें खेद है .
अग्रिम शुभकामनायें ।
जवाब देंहटाएंईश्वर आपको इस पुनीत कार्य में सफल बनाए ! ब्लाग जगत की शैशव अवस्था में इस प्रकार के आयोजन अति आवश्यक हैं साथ साथ उतने ही दुरूह भी ! शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंआप कोई जिन्न हैं या फिर आपके पास कोई जिन्न है . इतना सब इंसान करे यकीन नही आता
जवाब देंहटाएंधन्यवाद रवीन्द्र अंकल जी. आपने अपनी ई-मेल भी सही कर ली और हम बच्चों को भी आमंत्रित किया...
जवाब देंहटाएं-----------------------------------
'पाखी की दुनिया' में जरुर देखें-'पाखी की हैवलॉक द्वीप यात्रा' और हाँ आपके कमेंट के बिना तो मेरी यात्रा अधूरी ही कही जाएगी !!
Haardik Badhaayi.
जवाब देंहटाएंआकांक्षा जी,
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत धन्यवाद ! सामूहिकता के साथ प्रयास करने से ही पूर्ण होती हैं सामूहिक आकांक्षाएँ .....
बहुत बहुत शुभकामनायें...अच्छा प्रयास है....
जवाब देंहटाएंravindra.prabhat @gmail.com पर प्रविष्टि नहीं जा रही है.....कृपया कोई सुझाव दें..
is naye shubharambh ki dhero shubh kaamnaaye.
जवाब देंहटाएंहम सब साथ हैं ......बहुत ही आनंद आएगा .
जवाब देंहटाएं15 aprail to aaj hi hai.
जवाब देंहटाएंshukriya aur shubhkamnaye !!!
जवाब देंहटाएंआभार इस जानकारी के लिए.
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें