लगन - वह विश्वास है
जिसके आगे
मंज़िल खुद अपने सधे कदम बढ़ाती है
मंज़िल के इन क़दमों का
अपनी आवाज के जादू से
कुहू गुप्ता ने स्वागत किया है
बाँधा है सुरों में दसों दिशाओं को
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कुहू गुप्ता से यादगार मुलाकात प्रस्तुति के लिए आभार
जवाब देंहटाएंरश्मि जी, इस प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत शुक्रिया ... मैं तो सर्प्राइज़ हो गयी ये देख के :)
जवाब देंहटाएंवाह :)
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